ऊखीमठ! देव सेनापति भगवान कार्तिक स्वामी तीर्थ में बुधवार से शुरू होने वाले 11 दिवसीय महायज्ञ व ज्ञान यज्ञ की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है! 11 दिवसीय महायज्ञ व ज्ञान यज्ञ के आयोजन को लेकर क्षेत्रीय जनता में भारी उत्साह बना हुआ है! कार्तिकेय मन्दिर समिति द्वारा भगवान कार्तिक स्वामी के मुख्य मन्दिर सहित सहायक मन्दिरों को भव्य रुप से सजाया गया है तथा स्थानीय व्यापारियों ने भी अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान सजाने शुरू कर दिये है! 11 दिवसीय महायज्ञ व ज्ञान यज्ञ में आगामी 14 जून को बीहड़ चट्टानों के मध्य से निकलने वाली भव्य व दिव्य जल कलश यात्रा के कई सैकड़ों श्रद्धालु साक्षी बनेगें तथा 15 जून को पूर्णाहुति के साथ 11 दिवसीय महायज्ञ व ज्ञान यज्ञ का समापन होगा! उत्तर भारत में देव सेनापति कुमार कार्तिकेय का एक मात्र तीर्थ क्रौंच पर्वत पर विराजमान है! क्रौंच पर्वत तीर्थ पर भगवान कार्तिक स्वामी निर्वाण रुप में पूजे जातें हैं तथा देव सेनापति भगवान कार्तिक स्वामी 360 गांवों के ईष्ट देवताओं माने जाते हैं! क्रौंच पर्वत तीर्थ में आज भी सिद्ध पुरुष जगत कल्याण के लिए तपस्यारत रहते हैं तथा इस तीर्थ में ऐडी – आछरियां आज भी अदृश्य रुप में नृत्य करती है इसलिए महिलायें स्कन्द नगरी से कार्तिक स्वामी तीर्थ तक फैले भूभाग में अनेक प्रकार की पूजा सामाग्री अर्पित कर मनौती मांगती है! कार्तिक स्वामी तीर्थ में क्षेत्रीय जनता के सहयोग से सर्व प्रथम वर्ष 1942 में महायज्ञ व पुराण वाचन का आयोजन किया गया था, इसी परम्परा को जीवित रखते हुए कार्तिकेय मन्दिर समिति व क्षेत्रीय जनता के सहयोग से प्रति वर्ष जून माह में महायज्ञ का आयोजन किया जाता है जिसमें विभिन्न जनपदों के असंख्य श्रद्धालु महायज्ञ में अपने श्रद्वा सुमन अर्पित कर विश्व कल्याण व क्षेत्र की खुशहाली की कामना करते हैं! जानकारी देते हुए कार्तिकेय मन्दिर समिति अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह नेगी ने बताया कि बुधवार से शुरू होने वाले 11 दिवसीय महायज्ञ व ज्ञान यज्ञ की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है तथा 11 दिवसीय महायज्ञ व ज्ञान यज्ञ के आयोजन को लेकर क्षेत्रीय जनता में भारी उत्साह बना हुआ है! मन्दिर समिति उपाध्यक्ष बिक्रम सिंह नेगी ने बताया कि कार्तिक तीर्थ पर्यटन मानचित्र पर अंकित होने से तीर्थ में तीर्थ यात्रियों के आवागमन में निरन्तर वृद्धि होने से स्थानीय तीर्थाटन – पर्यटन व्यवसाय में इजाफा हो रहा है! कार्तिकेय मन्दिर समिति प्रबन्धक पूर्ण सिंह नेगी, सचिव बलराम सिंह नेगी, कोषाध्यक्ष चन्द्र सिंह नेगी, रमेश सिंह नेगी सहित समिति के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने आम जनमानस व जनप्रतिनिधियों से 11 महायज्ञ व ज्ञान यज्ञ में सहभागिता का आवाहन किया है!
जो लौट के घर न आये।
Spread the loveलेखक –हरी राम यादव, सूबेदार मेजर (आनरेरी) अयोध्या, उ. प्र.। जो लौट के घर न आये। नायक श्याम सिंह यादव (वीरगति प्राप्त) सैनिक शब्द सुनते…