
हरिद्वारः करीब आठ का मासूम। न अपनों का पता न दुनियादारी की समझ, लेकिन जो अपने होने की समझ रखते थे वे निष्ठुर हो गए। ममता को किनारे रख नवजात को रेलवे ट्रैक के पास छोड़ दिया।
वह तो संयोग था कि नवजात के रोने की आवाज किसी के कानों में पड़ गई। पुलिस की मदद से उसे बचा लिया गया। अब वह अस्पताल में भर्ती है। पुलिस मासूम को इस तरह छोड़ने वालों की पहचान करने का दावा कर रही है।
यह है पूरा मामला
मामला सोमवार सुबह भीमगोड़ा क्षेत्र में रेलवे ट्रैक के पास का है। किसी बच्चे की लगातार रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग पटरी किनारे पहुंचे तो वहां नवजात को देखकर दंग रह गए। उसे प्लास्टिक के थैले के ऊपर चादर में लिपटाकर रखा गया था।
पास में दूध की बोतल भी रखी हुई थी। लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने बच्चे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों के अनुसार नवजात पांच से आठ दिन का है।
नगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि नवजात को कौन छोड़कर गया है इसका पता लगाया जा रहा है। आसपास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। नवजात को छोड़ने वाले की पहचान होते ही उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। नवजात स्वस्थ है और चिकित्सकों की देखरेख में है।