युगपुरुष श्री अटल बिहारी वाजपेयी जन्म शताब्दी दिवस समारोह का भव्य आयोजन।
दिल्लीः डी पी वाजपेई शैक्षिक न्यास पूर्व प्रधानमंत्री, भारतीय राजनीति के अजातशत्रु, भारतरत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का सौवां जन्मदिन समारोह 25 दिसंबर 2024 को सायं 4.00 बजे से दीनदयाल उपाध्याय कालेज, द्वारका सेक्टर- 3, दिल्ली में मना रहा हैं।
हमारी संस्था पूज्य अटल जी के पत्रकार, कवि और शिक्षक स्वरूपों की स्मृतियों के संरक्षण पर विशेष बल देती रही है। इस शताब्दी वर्ष से, हम दो राष्ट्रीय पुरस्कार प्रारंभ कर रहे हैं। इसके लिए एक प्रवर परिषद गठित की गई है, जिसकी अनुशंसा पर पुरस्कारों का चयन किया गया है।
जन्म शताब्दी दिवस समारोह में केंद्रीय मंत्री, असम विधान सभा के अध्यक्ष, माननीय सांसदों के साथ प्रमुख राजनीतिक विभूतियों के उपस्थित रहने की सहमति प्राप्त हुई है।
संस्थान द्वारा गठित प्रवर परिषद द्वारा विस्तृत विचार विमर्श एवं राष्ट्र के प्रति समर्पण के साथ अपने अपने क्षेत्र में की गई सेवाओं के मूल्यांकन के पश्चात प्रवर परिषद की संस्तुति के आधार पर, युगपुरूष अटल बिहारी वाजपेयी सेवा संस्थान अटल बिहारी राष्ट्रवादी पुरस्कारों की घोषणा करता है।
प्रथम राष्ट्रवादी पत्रकारिता पुरस्कारश्री अतुल तारे को इसके साथ साथ युगपुरुष श्री अटल बिहारी वाजपेयी समाजसेवी पुरस्कार प्रेम सिंह रावत, राम कुमार सोलंकी, भारतभूषण कुलरत्न, डॉ डी सी उपाध्याय, गोपाल बिष्ट। युगपुरुष श्री अटल बिहारी वाजपेयी शिक्षक पुरस्कार प्रो बलराम पाणी, दिल्ली विश्वविद्यालय, प्रो बृजेश पांडेय, जे एन यू , डॉ स्वदेश सिंह , दिल्ली विश्वविद्यालय, डॉ एच सी जैन , दिल्ली विश्वविद्यालय, डॉ अनुराग मिश्रा, दिल्ली विश्वविद्यालय। युगपुरुष श्री अटल बिहारी वाजपेयी पत्रकारिता पुरस्कार राजशेखर व्यास पूर्व डायरेक्टर जनरल दूरदर्शन, सुरेश चौहान निदेशक, सुदर्शन चैनल, श्रीमती स्वाति खानविलकर वरिष्ठ पत्रकार, गौतम कुमार मिश्र, दैनिक जागरण, सुश्री पूनम गौड़, नव भारत टाइम्स को प्रदान करने का निर्णय किया गया है।
पुरस्कार समारोह का आयोजन दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज ऑडिटोरियम द्वारका सेक्टर- 3 में किया जाएगा। उक्ताशय की जानकारी डी. पी. वाजपेयी राष्ट्रीय समन्वयक, युगपुरुष अटल बिहारी वाजपेयी सेवा संस्थान ने दी है। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु प्रदीप मिश्र अजनबी, राष्ट्रीय महासचिव, प्रेरणा हिन्दी प्रचारणी सभा, कार्य कर रहे हैं। प्रेरणा हिन्दी प्रचारिणी सभा के संस्थापक कवि संगम त्रिपाठी ने अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें।