
विकासनगरः सर्टिफिकेट के लिए अब दिव्यांगों को दून की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। स्वास्थ्य महकमे ने उप जिला चिकित्सालय विकासनगर में सर्टिफिकेट बनाने की व्यवस्था शुरू करा दी है। मंगलवार को पहले दिन पांच दिव्यांगों को दिव्यांगता सर्टिफिकेट जारी किए गए। अस्पताल में माह के हर तीसरे मंगलवार को दिव्यांगों के सर्टिफिकेट बनाने की व्यवस्था की गई है।पछवादून व जौनसार बावर के कालसी, चकराता, साहिया, डाकपत्थर, विकासनगर, सहसपुर, हरबर्टपुर, कुल्हाल, सेलाकुई, भाऊवाला क्षेत्रों को दिव्यांगों को अभी तक दिव्यांगता सर्टिफिकेट बनवाने के लिए सीएमओ कार्यालय देहरादून जाना पड़ता था। जिससे दिव्यांगों परेशानी हो रही थी। इसी परेशानी को देखते हुए स्वास्थ्य महकमे ने उप जिला चिकित्सालय विकासनगर को सर्टिफिकेट बनाने का अधिकार दे दिया है।
उसी के तहत हाल ही में लगाए गए बहुउददेश्यीय शिविर में भी दिव्यांगों के सर्टिफिकेट जारी किए गए थे। मंगलवार को चिकित्सालय में पांच दिव्यांगों के सर्टिफिकेट बनाए गए हैं। चिकित्सालय विकासनगर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. प्रदीप चौहान के अनुसार अस्पताल में माह के हर मंगलवार को दिव्यांगों के सर्टिफिकेट बनाए जाएंगे।
दो दिन की छुटटी के बाद खुले अस्पताल में उमड़े मरीज
पछवादून के सरकारी अस्पताल दो दिन की छुट्टी के बाद जब मंगलवार को खुले तो मरीजों की भीड़ उमड़ी। अकेले उप जिला चिकित्सालय विकासनगर की ओपीडी में 718 मरीज आए। जिसमें 568 नए पर्चे बनाए गए, जबकि डेढ़ सौ पुराने मरीज आए। मरीजों की भीड़ उमड़ने की वजह से चिकित्सकों को ओपीडी के निर्धारित समय से अधिक समय देकर मरीज देखने पड़े। सीएमएस डा. प्रदीप चौहान ने कहा कि मंगलवार को ओपीडी में 718 मरीज आए। सभी का पर्याप्त उपचार किया गया।
तकनीकि कमी से शुरू नहीं हो पाई क्यू आर कोड से पर्चा बनवाने की व्यवस्था
उप जिला चिकित्सालय विकासनगर में तकनीकि कमी से क्यू आर कोड से पर्चा बनवाने की व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने इसके लिए प्रयास भी किए, लेकिन तकनीकि कमी की वजह से सफल नहीं हो पाए। बता दें कि क्यू आर कोड स्कैन कर पर्चा बनवाने की व्यवस्था से मरीजों को सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में इलाज का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लाइन में घंटों नहीं लगना पड़ता।