बोले- रामलला 500 साल बाद मंदिर में मनाएंगे जन्मदिवस
सीएम पुष्कर सिंह धामी की थपथपाई पीठ
उत्तराखंड में जीत की हुंकार भर अमित शाह पहुंचे मध्य प्रदेश
देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है। मतदान में अब दो दिन ही बचे हैं। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों के स्टार प्रचारकों ने उत्तराखंड में पूरी ताकत झोंक दी है। आज इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पौड़ी जिले को कोटद्वार पहुंचे, जहां उन्होंने गढ़वाल लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी अनिल बलूनी के लिए जनता से समर्थन मांगा। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों पर भी जमकर निशाना साधा।
मंच से जनता को संबोधित करते हुए अमित शाह ने एक तरफ जहां केंद्र की बीजेपी सरकार की उपलब्धियां गिनाई तो वहीं कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत राममंदिर से की। अमित शाह ने कहा कि 500 साल के बाद रामलला अपना जन्मदिन टेंट की जगह भव्य मंदिर में मनाने वाले हैं। सभी के लिए ये हर्ष और आनंद की बात है कि हमने अपने जीवन काल में राममंदिर का प्राण प्रतिष्ठा देखा है।
अमित शाह ने कहा कि, 70 साल से कांग्रेस ने राम मंदिर का जो मुद्दा लटका रखा था, उस पर मोदी सरकार के पांच साल के कार्यकाल में फैसला भी आ गया, भूमि पूजन भी हुआ और प्राण प्रतिष्ठा भी हो गई। अमित शाह ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी की जमकर तारीफ भी की। शाह ने कहा कि भारत में सबसे पहले यूसीसी (यूनिफॉर्म सिविल कोड) लाने का काम उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने किया। इसी तर्ज पर पीएम मोदी ने पूरे देश में यूसीसी लाने के लिए संकल्प पत्र में बात की है।
सैन्य बाहुल्य क्षेत्र उत्तराखंड में अमित शाह ने सैनिकों और पूर्व सैनिकों को भी साधने का प्रयास किया। अमित शाह ने कहा वैसे तो उत्तराखंड की आबादी बहुत कम है, लेकिन सेना में हर चौथा व्यक्ति मां भारती की सेवा के लिए उत्तराखंड से ही जाता है। उन्होंने कहा कि, इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए जवानों से वादा किया था कि सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन दिया जाएगा, लेकिन 40 सालों तक कांग्रेस ने इसे लटकाए रखा, लेकिन 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी ने वन रैंक वन पेंशन का वादा पूरा किया।
विपिन रावत पर इमोशनल कार्ड खेला देश के प्रथम सीडीएस दिवंगत विपिन रावत को लेकर भी अमित शाह ने कांग्रेस को घेरा। अमित शाह ने कहा कि विपिन रावत जैसे उत्तराखंड के लाल को भी कांग्रेस बुरा-भला कहने से नहीं हिचकी। कांग्रेस ने विपिन रावत जैसे योद्धा को अपमानित करने का काम किया।