ब्यूरो: रुद्रप्रयाग लक्ष्मण सिंह नेगी
ऊखीमठ: तल्लानागपुर के विभिन्न क्षेत्रों में लम्बे समय से हो रही अघोषित विधुत कटौती से उपभोक्ताओं में ऊर्जा निगम के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है जो कि कभी भी सड़कों पर फूट सकता है।
क्षेत्र में हो रही अघोषित विधुत कटौती से सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों का कामकाज खासा प्रभावित होने के साथ विधुत व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों का व्यापार पर भी खासा असर देखने को मिल रहा है। बता दे कि तल्लानागपुर के सतेराखाल, मयकोटी, दुर्गाधार, चोपता, घिमतोली, खडपतियाखाल सहित दशज्यूला क्षेत्र के विभिन्न गांवों में लम्बे समय से अघोषित विधुत कटौती निरन्तर जारी है। क्षेत्र में लगातार अघोषित विधुत कटौती होने से उपभोक्ताओं में ऊर्जा निगम के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि ऊर्जा निगम की अनदेखी के कारण क्षेत्र में कई घन्टों विधुत कटौती होना आम बात हो गयी है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में अघोषित विधुत कटौती होने से सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों का कामकाज प्रभावित होने के साथ विधुत व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों को भी खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है। स्थानीय व्यापारी दीप राणा का कहना है कि ऊर्जा निगम की अनदेखी के कारण तल्लानागपुर क्षेत्र में लम्बे समय से अघोषित विधुत कटौती जारी है तथा ऊर्जा निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों को बार – बार अवगत कराने के बाद भी अघोषित विधुत कटौती जारी रहने से स्पष्ट हो गया है कि ऊर्जा निगम के अधिकारी, कर्मचारी अपने कर्तव्यों के प्रति उदासीन बने हुए है। उनका कहना है कि रविवार ग्रीष्मकालीन अवकाश समाप्त होने के बाद सोमवार से सभी शैक्षणिक संस्थानों में विधिवत नौनिहालों का पठन – पाठन शुरू होना है तथा आने वाले दिनों में यदि क्षेत्र में अघोषित विधुत कटौती जारी रहता है तो ऐसी स्थिति में नौनिहालों का पठन – पाठन बाधित होना स्वाभाविक ही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि क्षेत्र में अघोषित विधुत कटौती जारी रही तो ग्रामीणों को ऊर्जा निगम के खिलाफ सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होना पडेगा जिसकी जिम्मेदारी शासन – प्रशासन व ऊर्जा निगम की रहेगी।