ब्यूरो रुद्रप्रयाग: लक्ष्मण सिंह नेगी
- ऊखीमठ: कांग्रेस कमेटी प्रदेश सदस्य आनन्द सिंह रावत ने कहा कि भाजपा की कथनी व करनी में जमीन आसमान का अन्तर है।
- प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है तथा भाजपा के शासन काल हमेशा उप चुनावों में व्यतीत हुआ है। प्रदेश में महंगाई आसमान छूने लगी है तथा वेरोजगार युवा रोजगार के लिए दर – दर भटकने के लिए विवश बना हुआ है। यहाँ जारी प्रेस विज्ञप्ति में कांग्रेस कमेटी प्रदेश सदस्य आनन्द सिंह रावत ने कहा कि बद्रीनाथ विधायक राजेन्द्र भण्डारी के भाजपा दामन थामने के कारण बद्रीनाथ विधान सभा सीट पर जो उप चुनाव हो रहा है वह उप चुनाव वहाँ की जनता पर अतिरिक्त बोझ है इसलिए बद्रीनाथ विधान सभा सीट से आम जनता का रूझान कांग्रेस प्रत्याशी लखपत बुटोला के पक्ष में है तथा कांग्रेस प्रत्याशी लखपत बुटोला भारी मतों से विजय घोषित होगें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बद्रीनाथ विधान सभा सीट पर उप चुनाव कराने के बजाय जोशीमठ आपदा प्रभावितों की सुध लेती तो आपदा प्रभावितों को कुछ हद तक राहत मिलती, मगर प्रदेश भाजपा सरकार जोशीमठ आपदा प्रभावितों की सुध लेने के बजाय उप चुनाव में व्यस्त है तथा बद्रीनाथ विधान सभा सीट पर उप चुनाव होने का सीधा अर्थ है कि वहाँ के जनमानस पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है। कांग्रेस कमेटी प्रदेश सदस्य आनन्द सिंह रावत ने कहा कि भाजपा की कथनी व करनी में जमीन आसमान का अन्तर है, ऊर्जा प्रदेश में अघोषित विधुत कटौती निरन्तर जारी है तथा संचार युग में सीमान्त गांवों के ग्रामीण आज भी संचार सुविधा से वंचित है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकारों द्वारा तीर्थाटन, पर्यटन को बढ़ावा देने के कोरी घोषणायें की जा रही है तथा तुंगनाथ व मदमहेश्वर धामों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव होने के कारण दोनों घाटियों का तीर्थाटन पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व भाजपा द्वारा बद्रीनाथ विधान सभा उप चुनाव में पूरी ताकत झोकने से स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश सरकार व भाजपा संगठन द्वारा अपनी हार स्वीकार कर ली है! उन्होंने कहा कि जनता परिवर्तन चाहती है तथा अप्रैल माह में समपन्न हुए लोकसभा चुनाव में परिवर्तन का परिणाम भाजपा को मिल गया है जिससे पौड़ी संसदीय सीट पर 2019 में समपन्न हुए लोक सभा चुनाव के आकड़ों के अनुसार 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के मत प्रतिशत में भारी गिरावट आई है तथा कांग्रेस के मत प्रतिशत में वृद्धि हुई है।