ब्यूरो: लक्ष्मण सिंह नेगी (नया अध्याय)
ऊखीमठ: द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्रर के कपाट खुलने के बाद मदमहेश्रर धाम सहित यात्रा पडा़वो पर रौनक लौटने लगी है।
सोमवार को 355 तीर्थ यात्री भगवान मदमहेश्रर के कपाट खुलने के साक्षी बने तथा देर सांय तक तीर्थ यात्रियों का आवागमन जारी रहा। मंगलवार को भी सैकड़ों तीर्थ यात्रियों ने मदमहेश्रर धाम पहुंचकर पुण्य अर्जित किया! मदमहेश्रर धाम सहित यात्रा पडा़वो पर तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों व सैलानियों की आवाजाही होने से यात्रा पडा़वो पर धीरे – धीरे रौनक लौटने लगी है। मदमहेश्रर धाम पहुंचने वाला तीर्थ यात्री मदमहेश्रर धाम में पूजा – अर्चना व जलाभिषेक करने के बाद बूढा़ मदमहेश्रर की हसीन वादियों से रुबरु होकर अपने को धन्य महसूस कर रहा है। मदमहेश्रर धाम सहित यात्रा पडा़व गौण्डार, वनातोली, खटरा, नानौ, मैखम्बा व कूनचट्टी यात्रा पडा़वो पर तीर्थ यात्रियों की आवाजाही होने से स्थानीय व्यापारियों के चेहरे खिल उठे है। अगस्तयमुनि निवासी अनिल जिरवाण ने बताया कि इन दिनों बूढा़ मदमहेश्रर के आंचल में चारों ओर फैले सुरम्य मखमली बुग्यालो के हरियाली से आच्छादित होने के कारण वहाँ की सुन्दरता पर धीरे – धीरे चार चांद लगने शुरू हो गयें है।
मन्दिर समिति के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि मदमहेश्रर धाम के कपाट खुलने के बाद प्रतिदिन सैकड़ों तीर्थ यात्री जय भोले, बम – बम भोले के उदघोषो के साथ मदमहेश्रर धाम पहुंच रहे हैं। स्थानीय व्यापारी भगत सिंह पंवार ने बताया कि मदमहेश्रर धाम के कपाट खुलने के बाद यात्रा पडा़वो पर धीरे – धीरे रौनक लौटने लगी है। स्थानीय व्यापारी शिवानन्द पंवार ने बताया कि मदमहेश्रर धाम सहित सभी यात्रा पडा़वो पर तीर्थ यात्रियों की आवाजाही होने से यात्रा पडा़वो पर रौनक लौटने लगी है।