ऊखीमठ : लक्ष्मण सिंह नेगी
नगर उद्योग व्यापार मण्डल ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर विगत दिनों प्रशासन द्वारा यात्रा काल के दौरान अगस्तमुनि से सोनप्रयाग सटल सेवा को शुरू करने के निर्णय को वापस लेने की मांग की है तथा अगस्तमुनि – सोनप्रयाग सटल सेवा के निर्णय को वापस न लेने पर सड़कों पर उतरकर आन्दोलन की चेतावनी दी है! उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन का हवाला देते हुए नगर उद्योग व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों का कहना है कि तीर्थ यात्री केदारनाथ यात्रा से लौटने के बाद भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर, सिद्धपीठ कालीमठ, द्वितीय केदार मदमहेश्वर, तृतीय केदारनाथ तुंगनाथ धामों के दर्शन करने के साथ ही तुंगनाथ घाटी व पर्यटक स्थल देवरिया ताल के चारों ओर फैले भूभाग के प्राकृतिक सौन्दर्य से रूबरू होकर बद्रीनाथ के लिए रवाना होता है तथा यात्रा काल के दौरान तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों, सैलानियों व प्रकृति प्रेमियों की आवाजाही होने से ऊखीमठ सहित तुंगनाथ घाटी व मदमहेश्वर घाटी में रौनक रहती है तथा स्थानीय व्यापारियों के व्यवसाय में भी खासा इजाफा होता है! उनका कहना है कि यात्रा काल के दौरान तीर्थ यात्रियों व पर्यटकों की आवाजाही ऊखीमठ , मदमहेश्वर व तुंगनाथ धामों में होने से मन्दिर समिति की आय में वृद्धि होने के साथ युवाओं, घोड़े – खच्चर संचालकों, वाहन संचालकों की आय में भी वृद्धि होती है तथा हिल स्टेशन ऊखीमठ, पठालीधार, सिरसोली, ताला, मस्तूरा दुगलविट्टा, बनियाकुण्ड, चोपता, तुंगनाथ धाम,देवरिया ताल, रासी, गौण्डार व मदमहेश्वर धाम गुलजार रहते हैं और यदि तीर्थ यात्री केदारनाथ दर्शन करने के बाद सोनप्रयाग – अगस्तमुनि सटल सेवा से अगस्तमुनि पहुंचने के बाद बद्रीनाथ के लिए रवाना होता है तो तीर्थ यात्री ओकारेश्वर मन्दिर, मदमहेश्वर धाम तथा तुंगनाथ धाम की धार्मिक महत्ता के साथ तुंगनाथ घाटी के प्राकृतिक सौंदर्य से रूबरू होने से वंचित रहने के साथ ऊखीमठ, मदमहेश्वर व तुंगनाथ घाटी का तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो जायेगा तथा इन स्थानों पर व्यवसाय कर रहे युवाओं के सन्मुख आजीविका का संकट खड़ा हो जायेगा इसलिए जनहित व युवाओं के भविष्य को देखते हुए अगस्तमुनि + सोनप्रयाग सटल सेवा के निर्णय को वापस लिया जाय अन्यथा नगर उद्योग व्यापार मण्डल, जनप्रतिनिधियों व तुंगनाथ घाटी व मदमहेश्वर घाटी के व्यापारियों को सड़कों पर उतर कर आन्दोलन के लिए बाध्य होना पडे़गा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी! ज्ञापन में नगर उद्योग व्यापार मण्डल अध्यक्ष राजीव भटट्, महामंत्री महेश बर्त्वाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष यशवीर बर्त्वाल, उपाध्यक्ष डा0 अंजनेश पंवार, कार्यकारी अध्यक्ष जय प्रकाश पंवार, कोषाध्यक्ष मनवर सिंह, मीडिया प्रभारी जगदीश नेगी, डा0 कैलाश पुष्वाण, नरेन्द्र सिंह नेगी के हस्ताक्षर मौजूद थे!