बादल तो बरसेंगे ही एवं मुक्तक सुमन का लोकार्पण समारोह दोनों ही पुस्तकें गीतिकाव्य की बेजोड़ कृति।
बादल तो बरसेंगे ही एवं मुक्तक सुमन का लोकार्पण समारोह दोनों ही पुस्तकें गीतिकाव्य की बेजोड़ कृति। औरंगाबादः हिंदी साहित्य भारती के तत्वावधान में प्रसिद्ध कवि एवं लेखक सत्येंद्र चौबे…
“प्रेम, प्रतिष्ठा और पीड़ा की त्रयी: ‘राज सर आईपीएस’ की मार्मिक गाथा”
✍️ प्रियंका सौरभ, कवयित्री एवं सामाजिक चिंतक। “प्रेम, प्रतिष्ठा और पीड़ा की त्रयी: ‘राज सर आईपीएस’ की मार्मिक गाथा” “प्रेम, पीड़ा और प्रश्नों की गाथा: ‘राज…
छुट्टी के दिन
सुधाकर आशावादी। बाल कविता छुट्टी के दिन बहुत दिनों के बाद में भैया छुट्टी के दिन आए सूरज की अग्नि अब भैया तन…
मुन्ना का तीर गप्पननाथ हुए गंभीर
ब्यूरो म. प्र. : प्रेरणा गोतम। आप पढ़ रहे हैं प्रेरणा की लघुकथा का भाग -3 मुन्ना का तीर गप्पननाथ हुए…
मौहब्बत की दुनिया बसाने से पहले । कोई गम न था तेरे आने से पहले।।
इंजीनियर राशिद हुसैन, मुरादाबाद उत्तर प्रदेश। मौहब्बत की दुनिया बसाने से पहले । कोई ग़म न था तेरे आने से पहले।। बिछड़ने की इतनी कहानी है अपनी…
यह धरती हमारी है माता
शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा जी.आजाद बारां राजस्थान) यह धरती हमारी है माता ——————————————————————- यह धरती हमारी है माता। यह देश हमारा है पिता।। जिसने जन्म दिया है…
अजहर हाशमी-सा साहित्यकार चाहिए…!
संजय एम तराणेकर (कवि, लेखक व समीक्षक) इन्दौर, (मध्य प्रदेश) अजहर हाशमी-सा साहित्यकार चाहिए…! वे कहते रहें मुझे राम वाला हिंदूस्तान चाहिए, हमें, अजहर हाशमी-सा साहित्यकार…
नीतिगत दोहे
डॉ0 हरि नाथ मिश्र, अयोध्या, (उ0प्र0) नीतिगत दोहे कर्म करे नित अनुगमन, निज कर्त्ता का खास। सहस धेनु तज बच्छ…
स्वीकार
नीलमणि, मवाना रोड, मेरठ। स्वीकार स्वयं को स्वीकार कर तो देखो चित्त को साध कर तो देखो मन की लगाम थाम कर तो देखो गुण अवगुण स्वीकार कर…
अब कब मिलना ….
सुमन शर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर, दिल्ली। अब कब मिलना …. अब कभी तुम्हें मिलने के लिए नहीं कहूँगी मैं। क्यों ? क्या तुम्हें ये पूछने की…
