लखनऊः अगले वर्ष एक चौथाई अवकाश शनिवार और रविवार को पड़ेंगे। शासन ने वर्ष 2025 के लिए 24 सार्वजनिक अवकाश तय करते हुए उसका आदेश जारी किया है। इसमें से तीन अवकाश शनिवार और तीन रविवार को पड़ेंगे। वहीं, रविवार के ठीक बाद अगले दिन सोमवार को भी चार अवकाश पड़ रहे हैं। इन चार अवकाशों में अगले वर्ष ऐसे लोगों की ज्यादा मौज होगी जिनके कार्यालय सप्ताह में पांच दिन खुलते हैं लेकिन उनके शनिवार व रविवार के तीन-तीन अवकाश खतरे में रहेंगे।
अगले वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस, छह अप्रैल को रामनवमी और छह जुलाई को मोहर्रम रविवार के दिन पड़ रहा है। इसी तरह सात जून को बकरीद, नौ अगस्त को रक्षा बंधन, 16 अगस्त को जन्माष्टमी का अवकाश शनिवार को होगा। अगले साल 31 मार्च को ईद-उल-फितर, 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती, 12 मई को बुद्ध पूर्णिमा, 20 अक्टूबर को दीपावली सोमवार को होगी। ऐसे कई त्योहार आएंगे जिसमें लोगों को लगातार छुट्टी लेने का भी मौका मिलेगा।
…तो लगातार चार दिन की छुट्टी
इसमें होलिका दहन 13 मार्च को गुरुवार और होली 14 मार्च को शुक्रवार को है। शनिवार और रविवार के अवकाश को जोड़ दें तो पांच कार्य दिवसों वाले कार्यालयों के कर्मचारियों को लगातार चार दिन की छुट्टी मिलेगी। स्वतंत्रता दिवस शुक्रवार को और जन्माष्टमी 16 अगस्त को शनिवार को पड़ेगी। वहीं, अगले ही दिन रविवार पड़ रहा है। एक अक्टूबर को बुधवार को दशहरा महानवमी, दो अक्टूबर को गुरुवार को गांधी जयंती व विजयदशमी पर अवकाश रहेगा।
दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज का अवकाश
25 दिसंबर को अवकाश
इसके अलावा 14 जनवरी को हजरत अली का जन्मदिवस, 26 फरवरी को महाशिवरात्रि, 31 मार्च को ईद-उल-फितर, 10 अप्रैल को महावीर जयंती, 14 अप्रैल को डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती, 12 मई को बुद्ध पूर्णिमा, गुरुनानक जयंती /कार्तिक पूर्णिमा पांच नवंबर और क्रिसमस डे का अवकाश 25 दिसंबर को होगा। अगले वर्ष 31 निर्बंधित अवकाशों में से पांच शुक्रवार, चार-चार शनिवार और रविवार को पड़ेंगे।