काव्य रत्न डॉ0 रामबली मिश्र, वाराणसी, उ. प्र.।
उसकी बातों का अर्थ है (Her words Matter)
दिल है उसका स्वच्छ अति, निर्मलता की मूर्ति।
उत्तम मोहक मृदुल नीत, स्वयं सत्य की पूर्ति।।
नारी कोमल भाव प्रिय, उर से सहज उदार।
रत्न स्वयं इस सृष्टि का, आकर्षित संसार।।
बातों का शिव अर्थ है, नारी दिव्य स्वभाव।
नारी में सबकुछ भरा, छोड़े अमिट प्रभाव।।
नारी जो कहती सुनो, नारी अमृत बोल।
उसका कथन वचन सुखद, अपने मन में घोल।।
कदम कदम पर दे रही, जग को प्रिय उपदेश।
नारी सारे विश्व के, लिए भव्य संदेश।।
न्यायोचित नारी जगत, उसका बहुत महत्त्व।
वह मौलिक चिंतन करे, वही आदि श्रीतत्व।।
नारी गुण सम्पन्न है, छिपा हुआ निहितार्थ।
नारी दर्शन अति शुभद, उदित भाग्य भावार्थ।।
नारी बहुत कृतज्ञ है, वह गुलाब का फूल।
रग -रग में अति स्नेह है, पावन पग की धूल।।