“सुरभित आसव मधुरालय का’ 12
Spread the loveडॉ0 हरि नाथ मिश्र, अयोध्या (उ0प्र0) ‘मधुरालय’ “सुरभित आसव मधुरालय का’ 12 बाँस-बाँसुरी की धुनि प्यारी, प्यारा अमृत आसव यह। है निनाद शिव-डमरू का यह-…
Spread the loveडॉ0 हरि नाथ मिश्र, अयोध्या (उ0प्र0) ‘मधुरालय’ “सुरभित आसव मधुरालय का’ 12 बाँस-बाँसुरी की धुनि प्यारी, प्यारा अमृत आसव यह। है निनाद शिव-डमरू का यह-…
Spread the loveगुरुदीन वर्मा (जी.आजाद) शिक्षक एवं साहित्यकार बारां(राजस्थान) गांव मं सक्रयात(मकर संक्रांति)पे ——————————————————–————– (शेर)- देखो गांव मं सक्रयात, लोग कस्या मनावैं हैं। काई काई खेल सक्रयात पे, गांव…