पंकज कुमार मिश्रा, प्रभारी संपादक (नया अध्याय) जौनपुर, यूपी
बड़ो की लापरवाही ने निगल ली कई मासूम जिंदगीयां
बड़ो के शौक रईसी और लापरवाही कभी कभी कितनी भारी पड़ सकती है इसका अंदाजा गुजरात के राजकोट में हुए भीषण अग्निकांड दुर्घटना से लगाया जा सकता है। हम अपने लिए अनर्गल समय निकालने और खुद का स्टेटस सिंबल मेंटेन करने के लिए शौक़ीया अपने छोटे छोटे बच्चों को मॉल तक लें जाते है और फिर उन्हें ऐसे हादसों के लिए छोड़ देते है। गुजरात के टीआरपी मॉल में भीषण हादसा हुआ , राजकोट गेम जोन में आग लगने से 27 लोगों की मौत सूत्रों के अनुसार अभी बढ़ सकता है मृतकों का आंकड़ा। जनपद के पत्रकार और मिडिया विश्लेषक पंकज सीबी मिश्रा ने मृतकों के प्रति दुख व्यक्त किया और उनके परिवारजनों के लिए संवेदना व्यक्त कर कहा कि यह भीषण लापरवाही का परिणाम है। शनिवार 25 मई की शाम को गुजरात के राजकोट में टीआरपी मॉल के गेम जोन में आग लग गई है। इस हादसे में 27 लोगों के मौत की खबर प्राप्त हुईं है , जिसमें बच्चे भी शामिल हैं। अभी मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंचकर आग बुझा रही है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रशासन को बचाव व राहत कार्य के निर्देश दिए हैं। गेम जोन में भीषण आग लगने से 12 बच्चों समेत कम से कम 27 की मौत हो गई है और अभी भी मलबे में शव तलाशे जा रहे हैं। आग इतनी भीषण थी कि शव पूरी तरह से जलकर राख हो गए हैं। गेम जोन के मालिक और प्रबंधक को हिरासत में लिया गया है। मामला तब समझ आया ज़ब दूर-दूर तक दिखाई दी थीं आग की लपटें। गुजरात के राजकोट में शनिवार शाम 4.30 बजे टीआरपी गेम जोन में आग लगने से कई लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 12 बच्चे भी शामिल हैं। फायर ब्रिगेड की 8 टीमें करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझा पाईं। 25 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया गया। राहत कार्य रातभर जारी रहा और अभी भी शवो की खोजबीन चल रहीं । मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। माना जा रहा कि घटना के समय कई बच्चे गेम जोन के अंदर थे मौजूद और फाइबर का ढांचा होने के कारण हुआ यह भीषण हादसा। राजकोट जिले के कालावड में शनिवार की शाम इस गेमिंग जोन में आग लग गई। जानकारी के अनुसार, सयाजी होटल के पीछे बने टीआरपी मॉल के गेमिंग जोन में यह हादसा हुआ । अब तक हादसे में 27 लोगों की जान जा चुकी है। गेमिंग जोन में जिस समय घटना हुई, उस वक्त बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। वीकेंड पर कई परिवार अपने बच्चों के साथ मॉल के गेम जोन में पहुंचे थे।गेम जोन का डोम कपड़े और फाइबर से बना था। स्ट्रक्चर लकड़ी, टीन और थर्मोकोल शीट से बनाया गया था। फर्श पर भी रबड़, रैग्जिन और थर्मोकोल लगा था। इसके अलावा गेज जोन में 2 हजार लीटर डीजल और 1500 लीटर पेट्रोल भी स्टोर किया गया था। इसलिए आग कुछ मिनटों में ही तेजी से फैल गई। सूचना पाकर दमकल और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू शुरू किया। वहीं, पुलिस ने गेमिंग जोन के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। गेमिंग जोन में अचानक आग लगी और फिर अफरा-तफरी मच गई। पांच किमी की दूरी तक धुएं का गुबार देखने को मिला। आग और धुएं के बीच कई लोगों के फंसे होने की आशंका के चलते सुबह तक राहत कार्य चलता रहा। आग बुझा ली गई और मलबे में सर्च अभियान जारी है। अब तक 27 लाशें निकाली जा चुकी हैं, अभी मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। वहीं राजकोट के सभी गेमिंग जोन के संचालन पर रोक लगा दी गई है।मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने ट्वीट कर जानकारी दी कि राजकोट में गेम जोन में आग लगने की घटना में नगर निगम और प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्य के निर्देश दिए हैं। घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था को प्राथमिकता देने का भी निर्देश दिया है।मॉल में आग की लगने की जानकारी मिलने के बाद लोगों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। आग इतनी ज्यादा तेज हो गई थी कि उसका धुआं लोगों को 5 किमी दूर से भी दिखाई दे रहा था। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर राजकोट की घटना पर संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने लिखा कि आग लगने की घटना से बेहद व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने ट्वीट किया कि राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये देगी। इस संबंध में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। उसे पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।