
अशोक कुमार यादव मुंगेली, छत्तीसगढ़
जिलाध्यक्ष राष्ट्रीय कवि संगम इकाई।
कब आएगा राम राज?
मिट जाए सबकी गरीबी, सबके पास खाने को अन्न हो।
सुख-सुविधा सबको मिले, सबका तन-मन प्रसन्न हो।।
कार्यालयों में भटकने के लिए, कोई डिग्रीधारी ना मजबूर हो?
सबको मिले मनचाही नौकरी, विकराल बेरोजगारी दूर हो।।
किसान को अपना हक मिले, कर्ज से मिले उनको मुक्ति।
आत्महत्या के लिए ना हो विवश, सरकार करे ऐसी कोई युक्ति।।
मजदूर श्रम से नवनिर्माण किया, असंभव को संभव कर दिखाया है।
काम खत्म होते ही मिले मजदूरी, त्याग और समर्पण ने रंग लाया है।।
ज्ञान का प्रसार हो जन-जन में, अब ना कोई असभ्य, अज्ञानी रहे।
बुराई, असत्य का त्वरित हो दमन, जनता सचेत और सत्यवादी बने।।
चाहे नारी निकले अंधेरी रात में, रावण का छूने की हिम्मत ना हो।
नियम और सुरक्षा हो पालनार्थ, भय और डर का हिमाकत ना हो।।