
संवाददाता कानड़ गोवर्धन कुम्भकार।
विगत दिनों पहले आगर – सारंगपुर मार्ग पर बने गोगंली नाले की पुलिया से गिरे 85 वर्षीय बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हुई।
आखिर कब देगा इस पुलिया की जिम्मेदार ध्यान
आखिर अधूरी रैलिंगविहीन पुलिया की सुध क्यों नहीं ले रहे जिमेदार।
कानड़ः सारंगपुर मार्ग पर स्थित गोंगली के नाले की रैलिंगविहीन पुलिया से शनिवार यानी हनुमान जयंती की देरशाम गिरे बुजुर्ग की उपचार के दौरान रविवार अलसुबह मौत हो गई।
आगर रोड पर रहने वाले ठाकुर करणसिंह दरबार (85) घर के बाहर बैठे थे हनुमान जयंती होने पर वे देरशाम अकेले पुराने बस स्टैंड स्थिति कंकेश्वर मंदिर पर दर्शन के लिए आए थे। दर्शन के बाद वह आगर रोड की ओर जाने की जगह सारंगपुर रोड पर चल दिए। मंदिर से कुछ दूरी पर सारंगपुर रोड पर बनी गोंगली नाले पर रैलिंगविहीन पुलिया पर अंधेरा होने व सामने से वाहन आने से वे गिर गए। इस पर अर्पित मालवीय, सतीश कुमरावत, अरबाज खान ने दरबार को बाहर निकाल कर हाथ ठेले से उपचार के लिए निजी अस्पताल पहुंचाया।
यहां प्राथमिक उपचार के बाद आगर रैफर कर दिया गया। आगर में निजी अस्पताल में इलाज़ के दौरान उनकी मौत हो गई
दरबार सेवानिवृत्त शिक्षक रमेशचंद्र ठाकुर के बड़े भाई, नलखेड़ा के पूर्व बीईओ सुरेंद्रसिंह ठाकुर, जिला चिकित्सालय आगर में पदस्थ डॉ. धीरेंद्रसिंह ठाकुर, डॉ. शैलेंद्रसिंह ठाकुर, शिक्षक रूपेंद्रसिंह ठाकुर के पिता, पूर्व जिला शिक्षाधिकारी वीरेंद्रसिंह ठाकुर के काका थे। उनका अंतिम संस्कार हनुमान बावड़ी पर हुआ
कई लोग इस पुलिया पर दुर्घटना का शिकार हुए हैं
घायल-सारंगपुर मार्ग पर राजश्री होटल के पास गोंगली के नाले पर बनी पुलिया रैलिंगविहीन पुलिया में गिरकर अब तक दो लोगों की मौत होने के साथ कई वाहन चालक चोटिल हुए हैं। लेकिन जिमेदानों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। क्या जिम्मेदार कोई बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं ऐसा लग रहा है कि कोई बड़ी दुर्घटना हो उसके बाद ही इस पर ध्यान देंगे वो
डेंजर जोन बन रही है पुलिया-नगर सरकार के पुलिया पर लोहे की जाली अधूरी लगाने के बाद कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
नगर के कुछ जिमेदारों ने कई बार नगर परिषद के जिमेदारों को अवगत कराया गया लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।