ब्यूरो ऊखीमठः लक्ष्मण सिंह नेगी।
ऊखीमठः भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर मे सात वर्षो बाद आयोजित पाण्डव नृत्य के 28 वें दिन पंच देव पाण्डवों ने तीर्थ यात्रा के तहत अस्त्र – शस्त्रो सहित भोलेश्वर महादेव तीर्थ की यात्रा की। पंच देव पाण्डवों के भोलेश्वर तीर्थ आगमन पर केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने पाण्डव पश्वाओ को फूल मालाये व वस्त्र अर्पित कर विश्व समृद्धि की कामना तथा किमाणा के ग्रामीणो ने पुष्प – अक्षत्रों से भव्य स्वागत किया। देर सांय पंच देव पाण्डवो ने भटवाडी गांव का नगर भ्रमण कर ग्रामीणो को आशीर्वाद दिया। पाण्डव नृत्य के आयोजन से ऊखीमठ क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। प्रदेश के मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी व जनपद प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा,बद्री केदार मन्दिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय सहित विभिन्न क्षेत्रों के असंख्य श्रद्धालु पाण्डव नृत्य में शामिल होकर पुण्य अर्जित कर चुके है तथा पाण्डव पश्वाओं द्वारा अनेक आध्यात्मिक, पौराणिक परम्पराओं का निर्वहन किया जा रहा है। रविवार को पैय्या डाली कौथिग का आयोजन किया जायेगा तथा सोमवार को दुर्योधन वध व पाण्डवो के अस्त्र- शस्त्र विसर्जित के साथ पाण्डव नृत्य का समापन होगा। शनिवार को भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर मे विद्वान आचार्यो ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाये सम्पन्न कर भगवान केदारनाथ, मदमहेश्वर सहित 33 कोटि देवी – देवताओं व पंच देव पाण्डवों का आवाहन किया तथा कुछ देर नृत्य करने के बाद पंच देव पाण्डव तीर्थ यात्रा के तहत भोलेश्वर महादेव तीर्थ के लिए रवाना हुए। पंच देव पाण्डव के आगमन पर स्थानीय व्यापारियों ने पुष्प अक्षत्रों से भव्य स्वागत किया। ठीक 1:30 बजे दोपहर पंच देव पाण्डव तीर्थ यात्रा के तहत भोलेश्वर महादेव तीर्थ पहुंचे तो वहा पूर्व से मौजूद सैकड़ो भक्तों की जयकारों से सम्पूर्ण भूभाग भोलेनाथ व पंच देव पाण्डवों के जयकारों से गुंजायमान हो उठा।
पंच देव पाण्डवों के भोलेश्वर तीर्थ आगमन पर केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने सभी पाण्डव पश्वाओं को फूल – मालायें व वस्त्र अर्पित कर विश्व समृद्धि की कामना करते हुए मनौती मांगी। पुनः विद्वान आचार्यो द्वारा तीर्थ यात्रा के तहत अनेक पौराणिक परम्पराओं का निर्वहन किया। देर सांय पंच देव पाण्डवों ने भटवाडी गांव का नगर भ्रमण कर ग्रामीणों को आशीर्वाद दिया तथा ग्रामीणों अनेक प्रकार की पूजा सामाग्री अर्पित कर भव्य स्वागत किया। पाण्डव नृत्य कमेटी अध्यक्ष विजय राणा ने बताया कि पाण्डव नृत्य में अनेक आध्यात्मिक व पौराणिक परम्पराओं का निर्वहन किया जा रहा है तथा सोमवार को दुर्योधन वध व पाण्डवों के अस्त्र- शस्त्र विसर्जित के साथ पाण्डव नृत्य का समापन होगा। इस मौके पर पूर्व प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद भट्ट, केदारनाथ के प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग, निवर्तमान प्रधान सन्दीप पुष्वाण, पूर्व प्रधान प्रकाश रावत, वन पंचायत सरपंच देवी शंकर त्रिवेदी, रमेश नौटियाल, वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी, राजीव गैरोला, रणजीत रावत, विजेन्द्र नेगी, शारदा नौटियाल, पाण्डव नृत्य कमेटी संरक्षक अर्जुन रावत, सचिव राजीव भट्ट, कोषाध्यक्ष कुवर बर्त्वाल, भूपेंद्र राणा, महेश बर्त्वाल, रेखा रावत, सन्तोष त्रिवेदी बबीता भट्ट सहित किमाणा,भटवाडी, ऊखीमठ के सैकड़ों श्रद्धालु व पाण्डव पश्वा मौजूद थे ।