ब्यूरो रुद्रप्रयागः लक्ष्मण सिंह नेगी।
ऊखीमठः नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी कुब्जा धर्म्वाण ने भगवान केदारनाथ व भगवान मदमहेश्वर के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में पूजा – अर्चना कर अपने चुनाव प्रचार अभियान का श्रीगणेश किया तथा ओकारेश्वर वार्ड के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर जनता से आशीर्वाद मांगा। ओकारेश्वर मन्दिर मेें पूजा-अर्चना के बाद ओकारेश्वर वार्ड के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए उन्होंने कहा कि ऊखीमठ की पावन धरती उषामठ, द्वादश ज्योर्तिलिंगों में अग्रणी भगवान केदारनाथ व न्याय के देवता द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर की शीतकालीन गद्दी स्थल के नाम से विश्वविख्यात है इसलिए ऊखीमठ नगर क्षेत्र के अन्तर्गत तीर्थाटन व पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने की सामूहिक पहल की जायेगी। कहा कि ऊखीमठ क्षेत्र युगो से देवनगरी के रूप मेें जाना जाता है इसलिए इस क्षेत्र मे आध्यात्मिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, गतिविधियो को बढ़ावा देने के भरसक प्रयास किये जायेंगे। निर्दलीय प्रत्याशी कुब्जा धर्म्वाण ने कहा कि नगर क्षेत्रान्तर्गत बन्दरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर कार्य योजना तैयार की जायेगी तथा गर्मियों के समय पेयजल संकट को दूर करने के लिए पिगलापानी – ऊखीमठ, फापज – ऊखीमठ, मंगोली – ऊखीमठ पेयजल योजनाओं का पुर्नगठन के साथ बरसात के समय जल संरक्षण के लिए सामूहिक पहल की जायेगी।
उन्होंने कहा कि जनता जनार्दन का आशीर्वाद मिला तो नगर पंचायत ऊखीमठ को ऐतिहासिक नगरी बनाने के हर सम्भव प्रयास किये जायेंगे। कहा कि जैबरी के निकट मन्दाकिनी के कटाव से प्रति वर्ष भूस्खलन होने से जैबरी का अधिकांश भूभाग भूस्खलन की भेंट चढने के साथ बरसात के समय कुण्ड- चोपता नेशनल हार्डवे पर सफर करना जोखिम भरा रहता है इसलिए भूस्खलन की रोकथाम के लिए मन्दाकिनी के किनारे सुरक्षा दीवालों के निर्माण के पहल की जायेगी। कहा कि नगर क्षेत्र का चहुंमुखी विकास जनता के अनुरूप हो इसके लिए त्रैमासिक सार्वजनिक बैठको का आयोजन किया जायेगा तथा जनता की भावनाओ के अनुरूप विकास योजनाओ की पहल की जायेगी तथा बरसात से पूर्व ऊखीमठ की ऊपरी पहाडियो पर तडी चाल यंत्र लगाये जायेंगे जिससे आकाशी बिजली गिरने से पूर्व यंत्रो के जरिये जनता को सचेत किया जा सके। इस मौके पर रणजीत सिंह रावत, लक्ष्मण सिंह, राजेन्द्र धर्म्वाण, उमा धर्म्वाण, श्वेता बुटोला, विफुल व अभिरत्न मौजूद रहे।