“सत्य क्या है…?”
सत्य क्या है…?
असत्य क्या है…??सत्य…, सत्य होने से पहले
असत्य होता है…?
असत्य…, असत्य होने से पहले
सत्य हो सकता है…??असत्य… सत्य है
कि सत्य… असत्य है…?सत्य और असत्य
साथ-साथ अस्तित्व में
रह सकता है…??सत्य यह है…,
कि न सत्य…, सत्य है
और न असत्य…, सत्य है ।सत्य… असत्य
केवल भ्रम है…!
शून्य में खो जाता है
शून्य ही शाश्वत है…!!स्वरचित एवं मौलिक
मनोज शाह मानस
नारायण गांव, नई दिल्ली
‘सुरभित आसव मधुरालय का’ 7
Spread the loveडॉ0 हरि नाथ मिश्र, अयोध्या (उ0प्र0) ‘मधुरालय’ ‘सुरभित आसव मधुरालय का’ 7 अन्न-फूल-फल बदन सँवारें, रक्त-तत्त्व संचार करें। रचे रक्त…