वहीं, कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी विरेंद्र पोखरियाल भी पार्टी पदाधिकारियों के साथ नामांकन दाखिल कराने पहुंचे। इस दौरान नगर निगम परिसर में भारी भीड़ रही और चारों ओर प्रत्याशी और उनके समर्थक ही नजर आए। शाम करीब पांच बजे तक ज्यादातर प्रत्याशियों के नामांकन हो चुके थे। हालांकि, कुछ प्रत्याशी अंतिम समय में गेट बंद होते-होते पहुंचे और नामांकन दाखिल कराया।
महापौर पद पर इन्होंने किए हैं नामांकन दाखिल
प्रत्याशी का नाम | दल |
सौरभ थपलियाल | भाजपा |
विरेंद्र पोखरियाल | कांग्रेस |
विरेंद्र सिंह बिष्ट | उक्रांद |
राजकिशोर सिंह रावत | उक्रांद (डी) |
रविंद्र सिंह आनंद | आम आदमी पार्टी |
विजय प्रसाद भटराई, | निर्दलीय |
आरुषि सुंदरियाल | निर्दलीय |
राजेंद्र प्रसाद गैरोला | निर्दलीय |
सरदार खान पप्पू | निर्दलीय |
सुलोचना ईष्टवाल | निर्दलीय |
प्रकाश सुमन ध्यानी | निर्दलीय |
11 वार्ड में भाजपा-कांग्रेस में सीधी टक्कर
डोभाल चौक और आरकेडिया-2 में सबसे ज्यादा नामांकन
भाजपा प्रत्याशियों ने दुपहिया की सवारी की
भाजपा से महापौर पद के प्रत्याशी सौरभ थपलियाल ने महानगर कार्यालय से गाजे-बाजे के साथ जुलूस निकाला। समर्थकों की भीड़ और पार्टी पदाधिकारियों से लेकर विधायकों की मौजूदगी में विशाल जुलूस निकाला गया। हालांकि, प्रत्याशी सौरभ थपलियाल स्कूटी पर सवार होकर नगर निगम परिसर में बनाए गए नामांकन केंद्र पहुंचे। यहां उन्होंने स्कूटी पार्किंग में लगाकर प्रस्तावक व समर्थकों के साथ महापौर पद पर नामांकन भी कराया।
वहीं, सालावाला से भाजपा के पार्षद प्रत्याशी भूपेंद्र कठैत भी साइकिल पर सवार होकर नामांकन कराने पहुंचे। कुछ प्रत्याशियों ने तो अपने वार्ड से घोड़ा बग्गी के साथ जुलूस निकाला। गली-मोहल्लों में पार्षद प्रत्याशियों के समर्थक नारेबाजी करते हुए ढोल-नगाड़ों के साथ निकले।
भाजपा में बगावती तेवर, निर्दलीय ठोक दी ताल
भाजपा में पार्षद पद के लिए दावेदारी कर रहे कुछ प्रमुख चेहरे अब बगावत पर उतर आए हैं। टिकट न मिलने पर उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक दी है। पार्टी फोरम में नाराजगी जताने के बाद भी संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्होंने यह कदम उठाया है। अब भाजपा के अधिकारिक प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ाने के लिए उन्होंने पूरा जोर लगाने दावा किया है। साथ ही पार्टी प्रत्याशी से अधिक वोट प्राप्त करने की भी बात कह रहे हैं। करनपुर वार्ड से पूर्व पार्षद विनय कोहली निर्दलीय नामांकन करा चुके हैं। वहीं, देहराखास से भी भाजपा नेता सुभाष बालियान ने भी निर्दलीय पर्चा भर दिया है। कुछ अन्य वार्डों में भी पार्टी कार्यकर्ताओं के बगावती स्वर सुनने को मिले हैं।
आप जिला अध्यक्ष का वोटर लिस्ट से नाम गायब
आम आदमी पार्टी से महापौर पद पर नामांकन कराने जिलाध्यक्ष संजय क्षेत्री नगर निगम पहुंचे। यहां सभी दस्तावेज प्रस्तुत करने के बाद जब मतदाता सूची में उनका नाम तलाशा तो वह गायब था। ऐसे में उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं मिली। वह नामांकन दाखिल नहीं कर सके। ऐसे में आम आदमी पार्टी ने आनन-फानन रविंद्र सिंह आनंद को प्रत्याशी बनाया गया।
मंडल मंत्री ने विधायक से जताई नाराजगी, निर्दलीय भरा नामांकन
भाजपा प्रेमनगर कांवली मंडल के मंत्री अतुल बिष्ट ने पार्टी से टिकट न मिलने पर कड़ी नाराजगी जताई है। साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पंडितवाड़ी वार्ड से पार्षद पद के लिए नामांकन दाखिल करा दिया है। इससे पहले उन्होंने कैंट विधायक सविता कपूर को पत्र लिखकर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से वार्ड में सक्रिय थे और तैयारी कर रहे थे। साथ ही करीब 14 वर्ष से भाजपा में पूरी निष्ठा से संगठन के कार्यों में जुटे हुए थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया। उनके समर्थकों ने भी टिकट न मिलने पर आक्रोश व्यक्त किया।
चुनाव चिह्न को लेकर भी होड़
निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए निर्वाचन कार्यालय की ओर से कुल 47 चुनाव चिह्न उपलब्ध कराए गए हैं। जिनके लिए प्राथमिकता के आधार पर प्रत्याशियों ने आवेदन किए हैं। इनमें कुछ चुनाव चिह्न लेने की होड़ लगी है। ज्यादातर प्रत्याशी गैस सिलिंडर, पतंग, पंखा, केतली, गैस का चूल्हा, वायुयान, टार्च और कैंची की मांग कर रहे हैं। चुनाव चिह्न की सूची में गाजर, केला और बैंगन की मांग सबसे कम है। एक चुनाव चिह्न बल्लेबाज भी चर्चाओं में है।