Kanpur में फिर ट्रेन पलटाने की साजिश: रेलवे लाइन पर मिला गैस सिलेंडर, पास में पड़ी थी खाली बोरी।

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Kanpur में फिर ट्रेन पलटाने की साजिश: रेलवे लाइन पर मिला गैस सिलेंडर, पास में पड़ी थी खाली बोरी।

 

             चौबेपुरः शिवराजपुर के बर्राजपुर रेलवे स्टेशन से पश्चिम में क्रासिंग संख्या 45 के पास रेलवे ट्रैक पर मंगलवार की रात एक खाली गैस सिलेंडर मिलने से सनसनी फैल गई। रेलवे पुलिस व जीआरपी ने गैस सिलेंडर को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।

बुधवार को एसपी जीआरपी ने मौके पर जांच की और किसी शरारती तत्व का हाथ माना है। घटनास्थल से कुछ दूरी पर चार माह पहले ट्रैक पर गैस सिलेंडर रख कर कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश की गई थी। यहां एक बड़ा हादसा होते-होते बचा था।

शिवराजपुर के बर्राजपुर रेलवे स्टेशन से मुड़ेरी गांव के पास नौ सितंबर की रात रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश की गई थी। इस घटना की जांच के बाद भी अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। एनआइए ने जांच में किसी आतंकी साजिश से इन्कार किया था।

इधर मंगलवार की रात पेट्रोलिंग के दौरान जीआरपी को स्टेशन से पश्चिम दिशा की तरफ कुछ दूर 45 नंबर रेलवे क्रासिंग के पास रेलवे ट्रैक पर पांच किलो का गैस सिलेंडर रखा होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची जीआरपी को गैस सिलेंडर रखा मिला। गैस सिलेंडर खाली और कुछ पुराना दिख रहा था, लेकिन साजिश की आशंका मान जीआरपी ने जांच शुरू की है। मौके पर एक खाली बोरी भी पड़ी मिली है। माना जा रहा है कि सिलेंडर को बोरी में ही लाया गया है।

 

एसपी ने मौके पर पहुंच कर की जांच

रेलवे ट्रैक पर एक बार फिर गैस सिलेंडर मिलने से अधिकारियों ने मामले की सघनता से जांच शुरू की। क्रासिंग के आसपास कुछ दुकानदारों से मामले को लेकर पूछताछ की गई लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लग सका। बुधवार को जीआरपी के एसपी अभिषेक वर्मा व इटावा रेलवे पुलिस के एसीपी उदय प्रताप सिंह ने मौके पर पहुंच कर फोरेंसिक टीम के साथ जांच की। उन्होंने बताया कि घटना में किसी शरारती का हाथ हो सकता है। सिलेंडर ट्रैक पर रखकर पुलिस व प्रशासन को परेशान करने के लिए किया है।

चार माह पहले भी ट्रैक पर रखा गया था सिलेंडर

नौ सितंबर की रात कानपुर से भिवानी के लिए जा रही कालिंद्री एक्सप्रेस को रेलवे ट्रैक पर एलपीजी गैस से भरा सिलेंडर रख कर पलटाने की साजिश की गई थी। ट्रेन से सिलेंडर टकराने के बाद उछल कर दूर जा गिरा था। जिससे एक बड़ा हादसा होने से बच गया था। इस मामले में रेल पथ निरीक्षक रमेश चंद्र ने मुकदमा दर्ज कराया था। वही जीआरपी के एडीजी समेत खुफिया एजेंसियों ने जांच शुरू की थी, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका था।
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