चार दिन की चटख धूप के बाद उत्तराखंड में बदलेगा मौसम

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चार दिन की चटख धूप के बाद उत्तराखंड में बदलेगा मौसम।

 

              देहरादूनः  चार दिन की चटख धूप के बाद सोमवार को एक बार फिर राज्य का मौसम करवट बदल सकता है। निचले क्षेत्रों में बादल छाये रहने, कहीं-कहीं हल्की वर्षा और तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना है।मौसम बदलने से तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की कमी आने का अनुमान है। रविवार को पिछले चार दिनों की तरह चटख धूप खिली रही। जिससे दिन के समय धूप सहन नहीं हो पाई।

                उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग के ऊंचे क्षेत्रों में दोपहर बाद हल्के बादल छाए रखने से तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की गई। राज्य में आने वाले दो दिनों तक मौसम का मिजाज बदला हुआ रहने की संभावना बनी है। इस दाैरान मैदानी क्षेत्रों में घने कोहरे का चेतावनी भी है।

सर्दी में बचाव के लिए गर्म कपड़ों में कैद लोग।

सुबह कोहरा छाने से कड़ाके की ठंड

             न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। तेज धूप के चलते अधिकतम तापमान में सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि सुबह के समय कोहरा छाने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

 

तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना गिरेगा पारा

  • दून का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक 26.8 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 8.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
  • पंतनगर का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन अधिक 21.9 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक 8.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
  • मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान सामान्य से दो अधिक 21.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक 7.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
  • टिहरी का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक 20.1 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस अधिक 9.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

अधिकांश जनपदों में घने बादल छाये रहने और कहीं-कहीं हल्की वर्षा होने की संभावना

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को प्रदेश का मौसम एक बार फिर बदलने की संभावना है। निचले क्षेत्रों में घने बादल, कहीं-कहीं हल्की वर्षा होने और तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना है। वर्षा और बर्फबारी से प्रदेश के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।

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