ब्यूरो कुमाऊंः दयानन्द कठैत अल्मोड़ा।
आशा कार्यकर्ताओं ने सचिव पद से मुक्त करने की मांग उठाई।
जिले के 11विकासखण्डों में कार्यरत आशा वर्करों ने गांधी पार्क में बैठकर उन्हें ग्राम स्वच्छता एवं पोषण समितियों के सचिव पदों से मुक्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस पद पर रहते हुए वह अपने मूल कार्य को समय नहीं दे पा रही हैं।
सोमवार को बैठक में आक्रोशित आशा वर्करों ने कहा कि ग्राम पंचायतों व राजस्व ग्रामों में स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समितियों के खाते खोले गए। खातों के रखरखाव की जिम्मेदारी आशा वर्कर्स, वार्ड मेम्बर, महिला ग्राम प्रधान और प्रधान अध्यक्ष को दी गई, जिसे लेकर आशा वर्करों और समिति के अध्यक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया है।
उन्होंने शीघ्र ही सचिव पद से मुक्त कर उन्हें आशा वर्कर का मूल पद देने की मांग की। इस अवसर पर वहां ममता तिवारी, पूजा बगडवाल, नीतू काण्डपाल, पुष्पा बिष्ट, बबीता तिवारी, कमला देवी, दीपा ढैला,श्रजानकी काण्डपाल आदि मौजूद रहीं।