लखनऊ: प्रदेश सरकार ने चार आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। अनुराग जैन को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अंबेडकरनगर से इसी पद पर महाराजगंज भेजा गया है। लखीमपुर खीरी से महाराजगंज सीडीओ के पद पर स्थानांतरित किए गए अनिल कुमार सिंह का तबादला निरस्त करते हुए उन्हें अपर आयुक्त एवं अपर निबंधक (बैंकिंग) सहकारी समितियां लखनऊ बनाया गया है।
प्रणता ऐश्वर्या को अपर प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) से अंबेडकरनगर का सीडीओ बनाया गया है। इसी प्रकार राम सिंह वर्मा मुख्य महाप्रबंधक यूपीएसआरटीसी से अपर प्रबंध निदेशक यूपीएसआरटीसी बनाया गया है।
परिवहन निगम में नियम की खातिर कागज पर ही तबादला
परिवहन निगम में शासन की तबादला नीति को अपनाया जरूर गया लेकिन, नीति के अनुरूप अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों के तक तबादले नहीं हुए। तबादले का टोटका करने के लिए कागज का पेट भरने में ही सारी ऊर्जा लग गई। राजधानी के अहम बस स्टेशनों पर एआरएम प्रबंधन के पद खाली पड़े हैं।
परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक (सीजीएम) प्रशासन आइएएस राम सिंह वर्मा को अपर प्रबंध निदेशक (एएमडी) बनाया है। एएमडी का पद सीजीएम से बड़ा है, उन्हें बिना दूर जाये मुख्यालय पर ही बड़ा पद मिल गया है।
प्रणता ऐश्वर्याय को अंबेडकर नगर की बनाया गया सीडीओ
इसके पहले प्रणता ऐश्वर्या एएमडी थी, जिन्हें अंबेडकर नगर का सीडीओ बनाया गया है। मुख्यालय के सहायक विधि अधिकारी राधेश्याम मिश्र को स्थानांतरित कर क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय लखनऊ भेजा गया। आदेश में यह भी लिखा है कि राधेश्याम से मुख्यालय से संबद्ध रहते हुए यथावत कार्य करते रहेंगे। मुख्यालय के एआरएम संचालन नीरज कुमार का आरएम कार्यालय कानपुर क्षेत्र व संतोष कुमार का प्रयागराज तबादला हुआ है, दोनों के उसी आदेश में लिखा है कि नीरज व संतोष अगले आदेश तक अपने कार्यों के साथ-साथ मुख्यालय से संबद्ध रहते हुए यथावत कार्य करते रहेंगे। निगम मुख्यालय पर कई ऐसे लिपिक संवर्ग के कई कर्मचारी हैं, जो आठ से दस वर्षों से यहीं कार्यरत हैं। उनका स्थानांतरण या पटल परिवर्तन भी नहीं हुआ। इसी तरह से लेखाकार पद पर प्रोन्नति पाने वालों का भी तबादला नहीं हुआ है, जबकि केंद्र प्रभारी पद पर प्रोन्नति पाने वालों का स्थानांतरण हुआ है। जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि एएमडी राम सिंह वर्मा वरिष्ठ अधिकारी हैं, उनकी वरिष्ठता के अनुसार जिम्मेदारी मिली है। निगम में कई ऐसे अधिकारी व कर्मचारी है जिनकी जरूरत है इसलिए तबादला के साथ यहीं पर तैनाती दी गई है।