
संजय एम तराणेकर
(कवि, लेखक व समीक्षक)
इन्दौर, (मध्यप्रदेश)
10 जून : विश्व नेत्रदान दिवस विशेष
नेत्रदान की अलख जगाएं…!
इस दुनिया में नेत्रदान की अलख जगाएं,
छाया अंधकार उसे रोशनी में बदल पाएं।
हम अपनी आंखों से देखते रहेंगें ये जहाँ,
ये नेत्रहीन आँखों बिन दुनिया देखें कहां।
उनके जीवन को रोशन करने प्रयास करें,
एक नेत्रदान से जीवन भी रंगों से भर दें।
इस दुनिया में नेत्रदान की अलख जगाएं,
छाया अंधकार उसे रोशनी में बदल पाएं।
भारत में नेत्रहीनता की समस्या है गंभीर,
नेत्र प्रत्यारोपण के प्रति हो जाओ अधीर।
जीवन में उजाला भरने का संकल्प करों,
नेत्रदान का पुण्य जीवन में सार्थक करों।