एम. तराणेकर,
इतनी दीवानगी अच्छी नहीं
ऐ इतनी दीवानगी अच्छी नहीं यारा,
ज़ब कोई तुझसे नाम तेरा पूछे, और
होश में भी तू मेरा नाम बताएं प्यारा।
हाँ, देखों मैं कितना खुशकिस्मत हूँ,
कितना बस गया दिल से सहमत हूँ!
मैं तेरे प्यार की सबसे बड़ी रहमत हूँ।
ऐ इतनी दीवानगी अच्छी नहीं यारा,
ज़ब कोई तुझसे नाम तेरा पूछे, और
होश में भी तू मेरा नाम बताएं प्यारा।
तुझे क्यों? हैं मुझसे इतनी दीवानगी,
क्या? अभिभावक दे देंगे परवानगी!
ये नौबत न आए डालना पड़े रवानगी।
ऐ इतनी दीवानगी अच्छी नहीं यारा,
ज़ब कोई तुझसे नाम तेरा पूछे, और
होश में भी तू मेरा नाम बताएं प्यारा।
तेरी जुल्फों के साए में जीना हैं हमें,
सारी ज़िन्दगी भर उसमें ही रहें रमें!
इतनी मोहब्बत करें अपनी खूब जमें।