व्यूरो छत्तीसगढ़ः सुनील चिंचोलकर।
विश्व सर्वभाषा कवि सम्मेलन में बिलासपुर की नन्दिता माजी शर्मा सम्मानित।
बिलासपुरः बिलासपुर की बेटी, अनुवादक, साहित्यकारा व सुप्रसिद्ध कवयित्री नन्दिता माजी शर्मा को प्रसार भारती आकाशवाणी भारत द्वारा आयोजित विश्व के सबसे बड़े सर्वभाषा कवि सम्मेलन 2025 में सम्मानित किया गया है। इस सम्मेलन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया है। यह कार्यक्रम आकाशवाणी मुंबई, महाराष्ट्र में आयोजित हुआ। वर्तमान में मुम्बई में निवास कर रहीं कवयित्री नन्दिता माजी शर्मा का चयन कोंकणी भाषा की अनुवादक के रूप में हुआ। उन्होंने प्रसिद्ध कोंकणी कवयित्री राजश्री सैल की कोंकणी कविता- रेड लिपस्टिक का हिंदी अनुवाद किया जिसे सभी दर्शकों और उपस्थित अतिथियों द्वारा खूब सराहा गया। उल्लेखनीय है कि 21 प्रादेशिक भाषाओं के चयनित कवियों द्वारा कविताओं का हिंदी अनुवाद प्रस्तुत किया गया। सहायक निदेशक दिल्ली आकाशवाणी के रामावतार बैरवा ने बताया कि नन्दिता माजी शर्मा का चयन उनकी उत्कृष्ट साहित्यिक प्रतिभा और हिंदी काव्य शिल्प पर गहरी पकड़ को देखते हुए किया गया।
प्रसार भारती भारत द्वारा इस कार्यक्रम का प्रसारण पूरे विश्व में 25 जनवरी को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या के अवसर पर किया जाएगा। इस कार्यक्रम का प्रसारण विश्व के 400 भाषाओं में होगा। नन्दिता माजी शर्मा न केवल एक प्रतिष्ठित कवयित्री हैं, बल्कि कुशल मंच संचालिका और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। उनकी संस्था कर्म फाउंडेशन महिलाओं और दिव्यांगजनों के उत्थान के लिए संकल्पित है। नन्दिता माजी शर्मा ने कहा कि कोंकणी भाषा के अनुवादक कवयित्री के रूप में राष्ट्रीय मंच पर होने पर खुद को सौभाग्यशाली महसूस कर रही हूँ, अखिल भारतीय सम्मेलन में प्रादेशिक भाषा अनुवादक के रूप में कविता पढ़ने का अवसर मिलने से क्षेत्रीय भाषाओं के प्रति मेरी जिम्मेदारी बढ़ गई है। पिछले 68 वर्षों से आकाशवाणी द्वारा इस कवि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है और नन्दिता माजी शर्मा का इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम के लिए चयन एवं काव्यपाठ झारखंड के साहित्य जगत के लिए गौरव का विषय है।