
ब्यूरो ऊखीमठः लक्ष्मण सिंह नेगी।
ऊखीमठः 8538 फीट की ऊंचाई व क्रौच पर्वत के शीर्ष पर जगत कल्याण के लिए तपस्यारत देव सेनापति भगवान कार्तिक स्वामी के तीर्थ में 11 दिवसीय महायज्ञ व पुराणवाचन का शुभारंभ वेद ऋचाओं के साथ शुरू हो गया है तथा पहले दिन सैकड़ों श्रद्धालुओं ने क्रौच पर्वत तीर्थ पहुंच कर पुण्य अर्जित कर क्षेत्र के खुशहाली व विश्व समृद्धि की कामना की। 11 दिवसीय महायज्ञ व पुराणवाचन के आयोजन से क्रौच पर्वत तीर्थ का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है तथा क्रौच पर्वत तीर्थ सहित यात्रा पडा़वों पर रौनक लौटने लगी है । 11 दिवसीय महायज्ञ व पुराणवाचन में आगामी 14 जून को बीहड चट्टानो के मध्य से भव्य जल कलश यात्रा के हजारो श्रद्धालु साक्षी बनेगे तथा 15 जून को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ व पुराणवाचन का समापन होगा। गुरूवार को कार्तिक स्वामी के आधार शिविर स्कन्द नगरी ब्रह्म बेला पर विद्वान आचार्यो ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाये समपन्न कर भगवान कार्तिक स्वामी सहित 33 कोटि देवी – देवताओं का आवाहन किया गया। ठीक नौ बजे कार्तिक स्वामी तीर्थ के प्रथम महन्त नर्मदा पुरी व द्वितीय महन्त गोविन्दा गिरी की समाधि पूजन विधि – विधान से की गयी। 10 बजे देव सेनापति भगवान कार्तिक स्वामी की चल विग्रह उत्सव मूर्तिया अनेक देवी – देवताओ के निशान क्रौच पर्वत तीर्थ के लिए रवाना हुए तो सैकड़ों भक्तों की जयकारों से सम्पूर्ण भूभाग देव सेनापति कुमार कार्तिकेय की जयकारों से गुजायमान हो उठा तथा भगवान कार्तिक स्वामी नर रूप में अवतरित हुए तथा अपने भक्तों को 11 दिवसीय महायज्ञ व पुराणवाचन के निर्विघ्न सम्पन्न होने का आशीर्वाद दिया। भगवान कार्तिक स्वामी की चल विग्रह उत्सव मूर्तियो के क्रौच पर्वत तीर्थ पहुंचने पर कुण्ड खातिक सहित अनेक आध्यात्मिक, धार्मिक, पौराणिक परम्पराओं का निर्वहन करते हुए महायज्ञ का शुभारंभ किया गया। महायज्ञ व पुराणवाचन के शुभारंभ अवसर पर विद्वान आचार्यो ने हवन कुण्ड में अनेक पूजा सामाग्रियों की आहूंतिया डालकर विश्व समृद्धि की कामना की । कार्तिकेय मन्दिर समिति अध्यक्ष बिक्रम सिंह नेगी ने बताया कि कार्तिक स्वामी तीर्थ मेें सर्व प्रथम वर्ष 1942 मेें महायज्ञ व पुराणवाचन का शुभारंभ किया गया था तथा उसी परम्परा के अनुसार कार्तिकेय मन्दिर समिति व क्षेत्रीय जनता के सहयोग से प्रति वर्ष महायज्ञ व पुराणवाचन का आयोजन किया जाता है। प्रबन्धक पूर्ण सिंह नेगी ने बताया कि 11 दिवसीय महायज्ञ व पुराणवाचन के आयोजन से क्षेत्रीय जनता में भारी उत्साह बना हुआ है। कोषाध्यक्ष चन्द्र सिह नेगी ने बताया कि कार्तिक स्वामी तीर्थ धीरे – धीरे पांचवे धाम के रूप मे विकसित हो रहा है। इस मौके पर कथावाचक वासुदेव थपलियाल, सुधीर नौटियाल, सचिव बलराम सिंह नेगी, उप प्रबन्धक रमेश नेगी, उपाध्यक्ष उत्तमराज नेगी, पुजारी नन्दू पुरी, निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य घिमतोली अर्जुन नेगी, व्यापार संघ पोखरी अध्यक्ष बीरेन्द्र राणा, विजय सिंह नेगी, शम्भू प्रसाद भट्ट स्नेहिल, दीपक नेगी, बीरेन्द्र नेगी, सतवीर जग्गी, दिनेश नेगी, विनोद भट्ट, पंकज भट्ट, प्रदीप भट्ट सहित विभिन्न क्षेत्रों के विद्वान आचार्य, मन्दिर समिति पदाधिकारी, सदस्य व सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।