ब्यूरो ऊखीमठः लक्ष्मण सिंह नेगी।
ऊखीमठः तल्ला नागपुर की सीमान्त ग्राम पंचायत घिमतोली के ग्वाड गाँव में नौ वर्षों बाद आयोजित पाण्डव नृत्य के 42 वे दिन भव्य चक्रव्यूह लीला का मंचन किया। चक्रव्यूह लीला मंचन में कौरवों द्वारा 16 वर्षीय अभिमन्यु का वध जल से किये जाने का दृश्य बड़ा ही मार्मिक रहा तथा बालक अभिमन्यु का वध कौरवों द्वारा छल से किये जाने पर महिलाओं के आसूं छलक उठे। पाण्डव नृत्य के आयोजन से घिमतोली क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। मंगलवार को दुर्योधन वध व पाण्डवो के अस्त्र – शस्त्र विसर्जित के साथ पाण्डव नृत्य का समापन होगा। चक्रव्यूह लीला मंचन में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए शैला रानी रावत सामाजिक सेवा ट्रस्ट चैयरमैन ऐश्वर्या रावत ने कहा कि पाण्डव नृत्य के आयोजन से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहता है तथा ग्रामीणों में आपसी सौहार्द देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि पाण्डव नृत्य हमारी युगों पूर्व की पौराणिक विरासत है तथा इस परम्परा को जीवित रखने की सामूहिक पहल होनी चाहिए। उन्होंने ग्रामीणों के आपसी सौहार्द की भूरि – भूरि प्रशंसा की। विशिष्ट अथिति उद्योगपति मकर सिंह नेगी ने कहा कि पाण्डव नृत्य व पाण्डव लीला असत्य पर सत्य की जीत की प्रेरणा देता है। चक्रव्यूह लीला मंचन में कार्तिकेय मन्दिर समिति अध्यक्ष बिक्रम सिंह नेगी, प्रबन्धक पूर्ण सिंह नेगी, निवर्तमान क्षेपस अर्जुन सिंह नेगी, पूर्व क्षेपस मगन सिंह नेगी, पूर्व प्रधान रघुवीर सिंह नेगी ने भी अपने विचार रखे जबकि संचालन राजेन्द्र सिंह नेगी व बलवन्त सिंह नेगी ने सयुंक्त रूप से किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निवर्तमान प्रधान बसन्ती नेगी ने कहा पाण्डव नृत्य में ग्रामीणों के साथ ढोल वादकों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। उन्होंने सभी ग्रामीणों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से इतना विशाल यज्ञ समापन की ओर अग्रसर है। पाण्डव नृत्य कमेटी अध्यक्ष तेज सिंह नेगी ने बताया कि पाण्डव नृत्य में मौरु नारेण स्थापना , कार्तिक स्वामी तीर्थ यात्रा, नगर भ्रमण सहित अनेक परम्पराओं का निर्वहन किया गया तथा सोमवार को कर्ण वध व मंगलवार को दुर्योधन वध व पाण्डवो के अस्त्र – शस्त्र विसर्जित के साथ पाण्डव नृत्य व पाण्डव लीला का समापन होगा। इस मौके पर प्रधान दलेब राणा, पूर्व क्षेपस लक्ष्मी देवी,सुरजी देवी, पूर्व प्रधान सुधा देवी, सुधीर नौटियाल, कुशलानन्द वशिष्ठ, पंचम सिंह नेगी, प्रेम सिंह नेगी, बल्देव नेगी, उदय सिंह नेगी, दीपक सिंह नेगी, बीरेन्द्र सिंह नेगी, मदन सिंह राणा, रघुनाथ सिंह नेगी, शंकर सिंह नेगी, ताजबर सिंह नेगी सहित कई सैकड़ों दर्शक मौजूद थे।