ऊखीमठ: केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग गोपेश्वर रेंज ऊखीमठ / गुप्तकाशी के तत्वावधान में केदारनाथ धाम में विश्व पर्यावरण दिवस धूमधाम से मनाया गया।

Spread the love

रुद्रप्रयाग : लक्ष्मण सिंह नेगी

ऊखीमठ: केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग गोपेश्वर रेंज ऊखीमठ / गुप्तकाशी के तत्वावधान में केदारनाथ धाम में विश्व पर्यावरण दिवस धूमधाम से मनाया गया।

इस अवसर पर केदारनाथ धाम में मेरी लाईफ फॉर इन्वायरमैंट हेतु वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान, सेल्फी फॉर इन्वायरमैंट, हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। विश्व पर्यावरण दिवस की 52 वीं वर्षगांठ पर केदारनाथ मन्दिर परिसर में 52 ब्रह्म कमल की पौधों का रोपण भी किया गया। केदारनाथ धाम के प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग व प्रभागीय वनाधिकारी केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग अभिमन्यु के द्वारा ब्रह्म कमल पौधों का रोपण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केदारनाथ धाम के प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग ने कहा कि हिन्दु धर्म में ब्रह्म कमल फूल को ब्रहम देव का रूप माना जाता है जिसे श्रद्धालुओ द्वारा भगवान शिव को भी अर्पित किया जाता है। प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने कहा कि ब्रह्म कमल उच्च हिमालयी क्षेत्र का औषधीय पुष्प है वर्तमान में ग्लोवल वार्मिंग के कारण ब्रह्म कमल पर भी इसका दुषप्रभाव पड़ रहा है। इसके संरक्षण व संवर्धन के लिए केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग द्वारा निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा केदारनाथ में पौधालय की स्थापना पूर्व के वर्षों में की गयी है जहां पर ब्रह्म कमल की पौध तैयार कर प्रति वर्ष केदारनाथ धाम के आस पास खाली स्थानो पर रोपण किया जा रहा है जिससे ब्रह्म कमल काफी मात्रा में उगने लगा है।

भविष्य में बड़े स्तर पर ब्रह्म कमल को केदारनाथ धाम के आसपास रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत केदारनाथ धाम में ब्रह्म कमल, कुटकी, बज्रदन्ती, पाषाण भेद, स्टॉबरी, जड़ी बूटी पौधों का रोपण एवं सोनप्रयाग से रामबाड़ा के मध्य पैदल यात्रा मार्ग के किनारे खाली स्थानों पर देवदार, बांज, बुरांश, मोरू, पांगर, अंगू, पुतली, खर्सू, रेक्चा, कांचुला, पापड़ी, थुनेर, भोजपत्र प्रजाति की कुल 2000 पौध का रोपण किया गया। साथ ही वन विभाग के द्वारा केदारनाथ, भीमबली, जंगलचट्टी, गौरीकुण्ड एवं सोनप्रयाग में स्वच्छता अभियान चलाया जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सहयोग कर पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन का संकल्प लिया! विश्व पर्यावरण दिवस पर केदारनाथ धाम में 500 से अधिक प्रकृति प्रेमियों के द्वारा पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन हेतु शपथ ली गई। जिसके उपरान्त धाम की पवित्रता व पर्यावरण के संरक्षण, संवर्धन हेतु हस्ताक्षर अभियान में लोगों के द्वारा बढ़ – चढ़ कर प्रतिभाग किया गया! इस मौके पर उप प्रभागीय वनाधिकारी जुगल किशोर चौहान, वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार गौड़, वन दरोगा ईश्वर सिंह कण्डारी, हरदीप सिंह, मनीष राणा , नवीन सिंह, गौर सिंह करणी, ललित मोहन, मनोज सिंह, राम चरण रावत, जगदम्बा प्रसाद, बिक्रम सिंह, देवेन्द्र सिंह नेगी, नवीन प्रसाद, प्रवीण प्रसाद, सहित तीर्थ पुरोहित समाज, मन्दिर समिति, नगर पंचायत , सुलभ इण्टर नैशनल, पुलिस प्रशासन, जिला आपदा प्रबन्धन, राजस्व विभाग व केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।

  • Related Posts

    पौधरोपण से ज्यादा निगरानी की जरूरत।

    Spread the love

    Spread the loveप्रियंका सौरभ रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस, कवयित्री, स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार,  आर्यनगर, हिसार (हरियाणा)           पौधरोपण से ज्यादा निगरानी की जरूरत।   आज…

    मनुर्भव ने हरेला सप्ताह में रोपे सैकड़ों पौधे

    Spread the love

    Spread the loveमनुर्भव ने हरेला सप्ताह में रोपे सैकड़ों पौधे              देहरादून: निराश्रित बच्चों, महिलाओं को सक्षम और सशक्त बनाने की दिशा में सक्रिय स्वैच्छिक संगठन…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    भारत में बुजुर्ग आबादी की समस्याएँ।

    • By User
    • December 22, 2024
    • 6 views
    भारत में बुजुर्ग आबादी की समस्याएँ।

    मानवता और योग को सदैव समर्पित रहे स्वामी सत्यानंद। 

    • By User
    • December 22, 2024
    • 4 views
    मानवता और योग को सदैव समर्पित रहे स्वामी सत्यानंद। 

    जाने सर्दियों में कैसे रखें त्वचा का ध्यान।

    • By User
    • December 22, 2024
    • 5 views

    ऊखीमठः मदमहेश्वर घाटी के अन्तर्गत भगवती राकेश्वरी की तपस्थली रासी गाँव धीरे- धीरे पर्यटक गांव के रूप में विकसित होने का रहा है।

    • By User
    • December 22, 2024
    • 4 views
    ऊखीमठः मदमहेश्वर घाटी के अन्तर्गत भगवती राकेश्वरी की तपस्थली रासी गाँव धीरे- धीरे पर्यटक गांव के रूप में विकसित होने का रहा है।

    बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी के निर्देश पर संस्कृत विद्यालय कमेड़ा के छात्र – छात्राओं ने श्री बदरीनाथ धाम के शीतकालीन पूजा स्थलों, औली का शैक्षिक भ्रमण किया।

    • By User
    • December 22, 2024
    • 5 views
    बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी के निर्देश पर संस्कृत विद्यालय कमेड़ा के छात्र – छात्राओं ने श्री बदरीनाथ धाम के शीतकालीन पूजा स्थलों, औली का शैक्षिक भ्रमण किया।

    शतरंज : मानसिक एवं बौद्धिक विकास के लिए उपयोगी खेल।

    • By User
    • December 22, 2024
    • 4 views
    शतरंज : मानसिक एवं बौद्धिक विकास के लिए उपयोगी खेल।