राष्ट्रीय राजमार्ग से बर्फ हटाने को एनएच के अधिकारियों ने जेसीबी व स्नो कटर लगाए हैं, लेकिन जेसीबी स्लिप होने की वजह से ज्यादा बर्फ नहीं हटाई जा सकी। मार्ग पर सफर खतरे से खाली नहीं है। बर्फ पर वाहन फिसल रहे हैं, वही दो पहिया वाहन चालक भी चोटिल हो रहे हैं।
एनएच के अधिशासी अभियंता नवनीत पांडेय के अनुसार धारनाधार से कोटी कनासर तक बंद रोड पर यातायात बहाने करने की कोशिश जारी है।
उनका कहना है कि जनवरी में माघ मरोज पर्व है, दिसंबर में बर्फबारी होने से पर्व का आंनद और दोगुना हो जाएगा। दरअसल वर्तमान में सेब, आड़ू, खुमानी की बागवानी के लिए बर्फबारी काफी फायदेमंद है। कोटी कनासर, लोखंडी, मोइला टाप, खड़म्बा, बुधेर, देववन आदि ऊंची चोटियां बर्फ से लकदक होने के कारण हर तरफ विहंगम नजारा है।
इसी प्रकार साहिया में भी ग्राम पंचायत मुगाड के गांव मुडोई कचाणू के ग्रामीणों ने भी बर्फ में हारूल नृत्य किया। इस मौके पर कलम सिंह चौहान, अतर चौहान, मेहर सिंह चौहान, नेपाल चौहान, सूरत चौहान, मोहर सिंह चौहान, सचिन चौहान,खजान चौहान, पीयूष आदि का कहना था कि सीजन की दूसरी बर्फबारी से सभी उत्साहित हैं।