यूपी के वाराणसी में पुलिसिंग के मानक पर खरा न उतरने वाले पुलिस कर्मियों पर अधिकारी कसने लगे शिकंजा।
वाराणसीः पुलिसिंग के मानक पर खरा न उतरने वाले पुलिसकर्मियों पर अधिकारी शिकंजा कसने लगे हैं। वरुणा जोन में तीन इंसपेक्टर समेत 20 पुलिसकर्मियों की अलग-अलग लापरवाही के लिए जांच फाइल खोली है। अफसरों के रुख से सड़कों पर पुलिसिंग नजर भी आने लगी है। अलग-अलग जोन में एसीपी से लेकर जेसीपी, पुलिस आयुक्त तक मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
रात्रि भ्रमण और जनसुनवाई की अनदेखी पर सख्ती
पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के लिए कई बिंदुओं को आधार बनाया गया है। सर्दियों में रात्रि भ्रमण के आदेश हैं। इसके बावजूद चेकिंग में कई लोग नहीं मिलते हैं। मजबूत पहरेदारी का संदेश न दे पाने का असर सिलसिलेवार चोरियों के रूप में सामने आता है। अफसरों ने इसे गंभीरता से लिया और कइयों के खिलाफ कार्रवाई कर डाली। लिखा-पढ़ी में कार्रवाई के कारण पुलिसिंग जमीन पर जरूर नजर आने लगी है।
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व03 इंस्पेक्टरों की जांच फाइल खुली।
- 13 दारोगाओं पर कार्रवाई हुई।
- 04 मुख्य आरक्षी/आरक्षी की जांच के दायरे में आए।
विभाग में कोई भी हो दंड का प्रविधान सबके लिए बना है। हमने भी मुकदमों की जांच समय से पूरी न करने, निर्देश के बावजूद रात में भ्रमण पर न निकलने, जनसुनवाई न करने आदि के लिए कार्रवाई की है। हमारी मंशा इंस्पेक्टर, दारोगा को नुकसान पहुंचाने के बजाए कार्रवाई के जरिए उनमें कार्यों के प्रति तेजी लाना ध्येय होता है।- चंद्रकांत मीणा, पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन।
लापरवाही पर छिनेगी थानेदारों की कुर्सी
उधर, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने रविवार को यातायात पुलिस लाइन में महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने दोहराया कि जनसुनवाई में प्राथमिकता, जाम और अतिक्रमण से पब्लिक को राहत दिलाना उनकी प्राथमिकता है। कहा कि अतिक्रमण और जाम से निजात दिलाने में असफल थानेदारों की कुर्सी छिनेगी। मीटिंग की शुरुआत में ही उन्होंने मोबाइल चोरी का रिपोर्ट दर्ज कराने थाना पहुंची महिला से दुर्व्यवहार करने के आरोपित दशाश्वमेध थाना प्रभारी निरीक्षक को लाइन हाजिर कर उनकी जगह पर्यटक थाना प्रभारी योगेन्द्र प्रसाद को जिम्मेदारी सौंपी गई। अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था एस. चन्नप्पा, डीसीपी गौरव बंसवाल, चंद्रकांत मीना, हृदेश कुमार के अलावा सभी एडीसीपी, एसीपी और थानेदार मौजूद रहे।