आगरा में बनेगा प्रदेश का पहला धोबी घाट, शासन से मिली मंजूरी।
यमुना को प्रदूषण से बचाने के लिए घाटों पर चलने वाले धोबी घाटों की जगह नगर निगम मशीनीकृत धोबी घाट बनाएगा। इसकी शासन से मंजूरी मिल गई है। लगभग दो करोड़ की लागत से प्रदेश का पहला मशीनीकृत धोबी घाट आगरा में बनेगा। इसमें डिटरजेंट के पानी को उपचारित करने के बाद यमुना में छोड़ा जाएगा।
ताज ट्रेपेजियम जोन (टीटीजेड) क्षेत्र में बनने वाले धोबी घाट का मकसद यमुना नदी में प्रदूषण को नियंत्रित करना और दिवाकर समाज को बेहतर आजीविका प्रदान करना है। यहां अत्याधुनिक मशीनों के माध्यम से कपड़े धोने और सुखाने की सुविधाएं दी जाएंगी। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि टीटीजेड क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए यह परियोजना शुरू की जा रही है। नगर आयुक्त ने बताया कि मशीनीकृत धोबी घाट में गंदे पानी को नदी में बहाने से पहले उपचारित किया जाएगा। साथ ही, जल पुनर्चक्रण प्रणाली का उपयोग करके पानी की खपत को कम किया जाएगा। इस परियोजना से यमुना नदी की सफाई और टीटीजेड क्षेत्र की पर्यावरणीय स्थिति को सुधारने में सहायता मिलेगी।