अराजक एवं देशद्रोही तत्वों का नया प्रयोग गणेशोत्सव में पथराव।

Spread the love

मनोज कुमार अग्रवाल।

अराजक एवं देशद्रोही तत्वों का नया प्रयोग गणेशोत्सव में पथराव।

दस दिवसीय गणेश उत्सव के दौरान देश के कई हिस्सों में गणेश पूजा पंडालों व विसर्जन जुलूसों पर पत्थरबाजी की घटनाएँ हुई हैं। जिस नियोजित ढंग से मध्यप्रदेश, गुजरात यूपी, बिहार, राजस्थान से लेकर कर्नाटक तक इस आयोजन में पत्थरबाजी की वारदातों को अंजाम दिया गया है उसे देखते हुए लगता है कि कुछ लोगों ने जानबूझकर यह नया शरारती प्रयोग शुरू किया है,जो भविष्य में श्रीरामलीला, श्रीरामबारात और दुर्गा पूजा आदि उत्सवों व शोभा यात्राओं के लिए भी खतरे के संकेत दे रहा है।

राजस्थान में भीलवाड़ा, मध्यप्रदेश में रतलाम, उत्तर प्रदेश में महोबा, फर्रूखाबाद,लखनऊ,कर्नाटक के मांडया, गुजरात के कच्छ,सूरत, भडूच,बिहार के औरंगाबाद समेत एक दर्जन से ज्यादा जिलों में गणेश उत्सव के दौरान उपद्रवियों द्वारा पत्थरबाजी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है। इन पत्थरबाजी की घटनाओं में कई जगह पत्थरबाजी के लिए मुस्लिम नाबालिग छोटे किशोर वय लड़कों को इस्तेमाल किया गया और गणेश पंडालों, गणेश मूर्तियों और हिंदू भक्तों पर पत्थर फेंके गए। गणेश उत्सव के बीच देश के विभिन्न हिस्सों से पत्थरबाजीऔर हंगामे की खबरें काफी चिंता जनक और चौंकाने वाली हैं। आइए अब आपको सिलसिलेवार संक्षेप में जानकारी देते हैं हाल में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चिनहट में एक घर में स्थापित की गयी गणेश जी की मूर्ति पर पत्थर फेंके गये हैं । पत्थरबाजी कुछ नाबालिग मुस्लिम लड़कों ने की इस शरारत में गणेश प्रतिमा के पास रखा कलश खंडित हो गया व अन्य सामान क्षतिग्रस्त हो गया। वारदात को लेकर श्रद्धालुओं ने हंगामा किया दो नाबालिगों को पुलिस ने हिरासत में लिया।

गुजरात के सूरत में दो मुस्लिम महिलाओं रुबाइना पठान और लाइमा शेख को उनके नाबालिग लड़कों को गणेश मूर्तियों पर हमला करने के लिए उकसाने के इल्ज़ाम में गिरफ्तार किया गया है यहां सूरत में एक गणेश पंडाल पर पथराव किया गया। घटना सैयपुरा इलाके की है, जहां पर गणेश प्रतिमा स्थापित की गई थी। देर रात झुंड में आए कुछ लोगों ने पंडाल पर पथराव किया इनमें नाबालिग शामिल थे और गणेश मूर्ति पर पत्थर फेंके गए। इस घटना से इलाके में तनाव फैल गया। सैकड़ों लोगों ने थाने का घेराव किया। देर रात तक बवाल चलता रहा। पुलिस ने लोगों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया। रातभर ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद पुलिस ने पथराव करने वाले समुदाय विशेष के 27 लोगों को हिरासत में लिया ।गुजरात में एक तरफ गणेश महोत्सव के दौरान राज्य की शांति को भंग करने का प्रयास किया गया। यहां तीन दिन में चार बार हिन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ कर अराजकता फैलाने का प्रयास किया गया। सबसे पहले सूरत के बाद बड़ौदा,भरूच और कच्छ में भी ऐसी ही घटनाएं सामने आई है।कच्छ में सूरत पैटर्न से चार नाबालिग बच्चों ने गणेश मूर्ति खंडित की। कच्छ के नखत्रणा तालुका के कोटड़ा जड़ोदर गांव में 10 सितंबर की देर रात सूरत पैटर्न से ही शांति भंग का प्रयास किया गया। गांव में गणेश पंडाल में चार मुस्लिम बच्चों ने गणेशजी की मूर्ति पर पथराव कर उसे नुकसान पहुंचाया, जिसके चलते गणपति प्रतिमा खंडित हो गई। इसके अलावा एक हिन्दू मंदिर पर हरे रंग का झण्डा भी फहराया गया। दोनों घटना के चलते स्थानीय गांववालों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने जाँच के बाद सात लोगो को गिरफ्तार कर लिया है। मंदिर पर हरा झण्डा फहराने के मामले में पुलिस ने चार लोगों को दबोच लिया है। अभी गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है और गांव में शांति बनी हुई है। कच्छ के स्थानीय कोर्ट ने पथराव के लिये जिम्मेदार चार बच्चों को राजकोट जुवेनाइल होम में भेजने का आदेश दिया है।

मध्य प्रदेश के रतलाम में भगवान गणेश की शोभायात्रा पर पथराव हुआ है। पथराव के बाद शहर में महत्वपूर्ण स्थानों पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। यह घटना मोचीपुरा इलाके में हुई। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लेकर 13 लोगों के खिलाफ नामजद व 100 से 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

दक्षिण भारत में कर्नाटक के मांड्या जिले में गणेश विसर्जन के लिए निकाली गई यात्रा के दौरान बवाल हो गया।आरोप है कि इसके मस्जिद के पास से गुजरते वक्त लोगों पर पथराव किया गया। खबर है कि इस घटना के बाद दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। आसपास की दुकानों में तोड़फोड़ और गाड़ियों में आग लगाए जाने की जानकारी भी सामने आई है। घटना जिले के बदरीकोप्पलु गांव की है।10 सितंबर को गांव के युवक गणेश विसर्जन के लिए जुलूस निकाल रहे थे। आरोप है कि नागमंगला में मेन रोड पर एक मस्जिद के पास से गुजरते वक्त उन पर पत्थर फेंके गए। इस घटना से हालात बिगड़ गए और दोनों समुदाय के बीच झड़प शुरू हो गई। राजस्थान में भीलवाड़ा में भी धार्मिक जुलूस को लेकर तनाव फैल गया। जहाजपुर में गणेश शोभायात्रा पर पथराव के बाद लोगों में आक्रोश है। गणेश जुलूस निकाल रहे श्रद्धालुओं पर हुई पत्थरबाजी में एक व्यक्ति घायल हो गया। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया है।इस दौरान दो मस्जिदों को नोटिस देकर उनकी जमीन के दस्तावेज भी मांगे गए हैं। देश के कई शहरों में गणेश उत्सवों में पथराव व हंगामा कर रंग में भंग करने की कोशिश क्या किसी सोची समझी साजिश के तहत अंजाम दी जा रही है? यह जांच का विषय है खासकर कश्मीर के पत्थरबाजों की तर्ज पर नाबालिग लड़कों से गणेश पंडाल और प्रतिमाओं पर पत्थरबाजी कराने के पीछे कौन सी मानसिकता काम कर रही है? कौन लोग हैं जो नाबालिग किशोरों के भीतर हिन्दुओं के खिलाफ नफरत का बीजारोपण कर अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं? क्या यह सारी अनायास घटित हुई है या देश में अशांति फैलाने की सोचीसमझी साजिश है? इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि कुछ वारदातों के पीछे शोभायात्रा में शामिल कुछ अतिउत्साही श्रद्धालुओं की हरकतें या नारेबाजी दूसरे समुदाय को भड़काने के लिए जिम्मेदार रहीं हो लेकिन नाबालिग बच्चों से पंडाल और प्रतिमाओं पर कई शहर कस्बों में पत्थर फिंकवाना धर्म स्थलों की छतों पर ईंट इकट्ठी करके पहले से तैयारी करना दाल में काला होने का पुख्ता हवाला देता है। कौन लोग हैं जो देश के भीतर सांप्रदायिक बदअमनी फैलाने की साजिश में लगे हुए हैं? सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने के लिए नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल कर भविष्य के लिए आत्मघाती बुनियाद रचने के पीछे कौन से लोग या संगठन काम कर रहे है? देश में अशांति फैलाने के इनके खतरनाक मंसूबों को खाद पानी कौन दे रहा है?

साल 1893 में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने हिंदुओं को एकजुट करने के लिए गणेशोत्सव को सार्वजनिक रूप से मनाने की परंपरा शुरू की। इसका उद्देश्य हिंदू समाज को एकत्रित करना और सामाजिक एकता को बढ़ावा देना था। लेकिन साल1895 में महाराष्ट्र के धूलिया में गणेश विसर्जन के समय समुदाय विशेष की भीड़ ने हिंदुओं पर हमला किया। यह हमला तब हुआ जब गणेश प्रतिमा की विसर्जन यात्रा शाही जामा मस्जिद के पास से गुजर रही थी। जैसे ही जुलूस मस्जिद के पास पहुँचा, मुस्लिम समुदाय ने विरोध जताया और हिंसा शुरू कर दी। ब्रिटिश पुलिस ने इस घटना के दौरान भीड़ पर गोली चलाई, जिसमें कई लोग मारे गए। इस घटना ने तिलक के अभियान को और भी मजबूत किया। तिलक ने गणेश उत्सव को न केवल धार्मिक उत्सव, बल्कि हिंदू समाज को संगठित करने और उन्हें आत्मरक्षा के लिए प्रेरित करने का साधन बनाया। उन्होंने इस घटना के बाद हिंदुओं को और भी बड़े पैमाने पर संगठित करना शुरू किया ताकि सांप्रदायिक हिंसा का सामना किया जा सके। आज करीब 130 साल बीत जाने के बाद भी देश में गणेश उत्सवों पर इस तरह के पथराव और हमले बता रहे हैं कि हमारे समाज में विघटन पैदा करने वाले सांप्रदायिक तत्वों की मौजूदगी आज भी कायम है।जिस सांप्रदायिक सद्भाव के लिए गणेशशंकर विद्यार्थी जैसे सैकड़ों महापुरुषों ने अपना बलिदान तक दिया लेकिन कुछ लोगों की मानसिकता को नहीं बदल सके।आज जरूरत इस बात की है कि ऐसे बदअमनी फैलाने वाले समाजकंटकों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए ताकि भविष्य में ऐसी वारदातों की पुनरावृत्ति न हो। (विभूति फीचर्स)

  • Related Posts

    अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर किया महिलाओं का सम्मान।

    Spread the love

    Spread the loveआरोही सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था।   अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर किया महिलाओं का सम्मान।   ब्रज की होली संग बना महिला दिवस।    हर वर्ग की महिलाओं का…

    चाकसू की बेटी बनी आइडियल।

    Spread the love

    Spread the loveब्यूरो छत्तीसगढ़ः सुनील चिंचोलकर।     ललिता टॉक   सीनियर नर्सिंग ऑफिसर महिला चिकित्सालय सांगानेरी गेट जयपुर राजस्थान।                 चाकसू की बेटी…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    फिरोजपुर कैंट के रहने वाले दो नौजवानों की उत्तराखंड के रुड़की में सड़कों हादसे के दौरान हुई मौत।

    • By User
    • July 18, 2025
    • 3 views
    फिरोजपुर कैंट के रहने वाले दो नौजवानों की उत्तराखंड के रुड़की में सड़कों हादसे के दौरान हुई मौत।

    फिरोजपुर कैंट में एसएसपी कार्यालय के पास और तहसील रोड पर मोटरसाइकिल सवार दो लुटेरों ने लूटपाट की।

    • By User
    • July 18, 2025
    • 4 views
    फिरोजपुर कैंट में एसएसपी कार्यालय के पास और तहसील रोड पर मोटरसाइकिल सवार दो लुटेरों ने लूटपाट की।

    आध्यात्मिक केंद्र भगवान फ्यूंला नारायण धाम के कपाट खुले

    • By User
    • July 18, 2025
    • 4 views
    आध्यात्मिक केंद्र भगवान फ्यूंला नारायण धाम के कपाट खुले

    खेलते-खेलते हुआ गायब 10 वर्षीय नाबालिक बच्चा, घर के पास ही पॉलीथिन में खून से सना शव मिला।

    • By User
    • July 18, 2025
    • 4 views
    खेलते-खेलते हुआ गायब 10 वर्षीय नाबालिक बच्चा, घर के पास ही पॉलीथिन में खून से सना शव मिला।

    आज भी बिसरा गायों चौराहा और गलियों में बैठी नजर आती हैं और आदेश कागजों तक ही सीमित रह गए हैं।  

    • By User
    • July 18, 2025
    • 4 views
    आज भी बिसरा गायों चौराहा और गलियों में बैठी नजर आती हैं और आदेश कागजों तक ही सीमित रह गए हैं।  

    ऊखीमठः मदमहेश्वर घाटी की ह्रदय स्थली के रूप मेें विख्यात व भगवती राकेश्वरी की तपस्थली रासी गाँव से आगामी दिनो मेें  शुरू होने वाली 6 दिवसीय मनणामाई लोक जात यात्रा की सभी तैयारियां शुरू कर दी गयी है तथा लोक जात यात्रा के आयोजन से मदमहेश्वर घाटी के जनमानस में भारी उत्साह बना हुआ है।

    • By User
    • July 18, 2025
    • 4 views
    ऊखीमठः मदमहेश्वर घाटी की ह्रदय स्थली के रूप मेें विख्यात व भगवती राकेश्वरी की तपस्थली रासी गाँव से आगामी दिनो मेें  शुरू होने वाली 6 दिवसीय मनणामाई लोक जात यात्रा की सभी तैयारियां शुरू कर दी गयी है तथा लोक जात यात्रा के आयोजन से मदमहेश्वर घाटी के जनमानस में भारी उत्साह बना हुआ है।