
संजय एम. तराणेकर, (कवि, लेखक व समीक्षक)
इंदौर (मध्यप्रदेश)
मस्क गिरे हुए पैसे नहीं उठाएंगे
ये समाचार पढ़ा एलन मस्क
अपने गिरे हुए पैसे नहीं उठाएंगे,
हर सेकंड की कमाई ही
यारों इतनी है कि वह भूल जाएंगे।
देखों कितना कीमती है वक्त
कि पैसा उठाने का समय नहीं,
बाबा अपन तो फकीर ही हैं,
गिरने का जो इंतजार करते हैं।
भाई पैसा तो पैसा है,
गिर जाए नोट तो लपकते हैं।
नहीं होगा मस्क को कोई अफसोस,
मगर अपने पास नहीं है कोई सोर्स!
गर अपने पैसे गिर जाएं,
तो होता है जिंदगी भर अफसोस।
आ जाता है घर में तूफान,
सब की आंखों में नजर आता है रोष,
तब घर वाले पूछते हैं कहां था ध्यान,
ऐसा भी क्या जवानी का जोश!
पैसे गिर जाए और ना रहे होश।
अरे वह तो एलन मस्क है,
अपन तो उसके पैरों की डस्ट हैं!
अरे वह भले ही रहता मस्त है,
भइये अपनी हालत तो देखों,
एक रुपया गिरने पर भी होती पस्त है।
आओ एलन मस्क समय निकालो,
एक दिन गरीब बस्ती में पधारो!
खूब गिराओ पैसा और हमको भी संभालो,
हमारे देश आकर पुण्य ही कमा लो।
(संदर्भ : एलन मस्क के 2 लाख रुपए गिर जाए तो वह नहीं उठाएंगे।)