ऋषिकेश। लक्ष्मण झूला थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले परमार्थ निकेतन में एक कर्मचारी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला।
बताया जा रहा है कि कर्मचारी पिछले करीब 20 साल से परमार्थ निकेतन में अपनी सेवाएं दे रहा था। वहीं, घटना के संबंध में पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा।
मिली जानकारी के मुताबिक 40 वर्षीय लक्की सिंह परमार्थ निकेतन में पिछले 20 साल से अपनी सेवाएं दे रहा था।
बीती रात लक्की सिंह परमार्थ निकेतन परिसर के बैक साइड में बने फैमिली क्वार्टर में अपने परिवार के साथ सोने चला गया। लक्की सिंह की पत्नी और दो बेटे अलग कमरे में सो रहे थे, जबकि लक्की सिंह दूसरे कमरे में अकेला सो रहा था। जिसके बाद सुबह पत्नी ने लक्की सिंह का दरवाजा खटखटाया तो दरवाजा नहीं खुला।
अनहोनी की आशंका के चलते आश्रम के अन्य लोगों ने मिलकर दरवाजा तोड़ा, तो लक्की सिंह का शव संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ। आनन फानन में कर्मचारियों ने लक्की सिंह को उपचार के लिए एम्स पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मामले में लक्ष्मण झूला थाना प्रभारी रवि सैनी ने बताया कि पुलिस ने परमार्थ निकेतन में एक कर्मचारी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।